लखनऊ के इटौंजा के असनहा गद्दीपुरवा में तेज रफ्तार ट्रक ने ट्रैक्टर-ट्राली को टक्कर मार दी। हादसे में मुंडन कराने जा रहे 50 लोगों सहित ट्रैक्टर-ट्रॉली तालाब में पलट गई। हादसे में सभी डूब गये। पुलिस ने गोताखोरों व स्थानीय लोगों की मदद से 40 लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला। वहीं तीन शव बाहर निकाले गए हैं। सात की तलाश की जा रही है।
सीतापुर के अटरिया स्थित टिकौली गांव के छुन्नन के बेटे का मुंडन संस्कार था। नवरात्रि के पहले दिन इटौंजा के ऊनई देवी मंदिर में मुंडन होना था। इसके लिए पूरा परिवार रिश्तेदारों व परिचितों के साथ ट्रैक्टर-ट्रॉली पर सवार होकर मंदिर जा रहा था। सुबह करीब 10 बजे ट्रैक्टर-ट्रॉली असनहा के गद्दीपुरवा गांव के पास पहुंची थी। इसी बीच बेहटा की तरफ से आ रहे तेज रफ्तार ट्रक ने ट्रैक्टर-ट्रॉली को टक्कर मार दी। टक्कर इतनी तेज थी कि ट्रैक्टर-ट्रॉली सीधे सड़क किनारे बड़े तालाब में जा गिरी।
ट्राली के नीचे फंसे लोग
हादसे की सूचना मिलते ही इटौंजा के प्रभारी निरीक्षक रवींद्र कुमार अपनी टीम के साथ पहुंच गये। ग्रामीणों की मदद से राहत कार्य शुरू किया गया। तीन शव बाहर निकाले गए हैं। प्रभारी निरीक्षक के मुताबिक हादसे की शिकार ट्राली तालाब मे गिरते ही सभी उसके नीचे दब गये। बाहर निकलने का कोई रास्ता नहीं दिख रहा था। किसी तरह पुलिस व ग्रामीणों ने ट्राली के नीचे से लोगों को बाहर निकाला। पुलिस के मुताबिक 40 लोगों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया है। अभी तक तीन शव मिले हैं। वहीं सात लोगों की तलाश की जा रही है। ट्रैक्टर-ट्रॉली को बाहर निकालने के लिए जेसीबी मंगाई गई है।
चीखों में बदल गया मंगलगान
ट्रॉली पर सवार होकर बेटे का मुंडन कराने नवरात्रि के पहले पूरा कुनबा जा रहा था। ट्राली पर सवार महिलाएं देवी गीत और मुंडन से जुड़े मंगलगीत गा रही थीं। सभी को आस थी कि अब मंदिर में पहुंचकर नवरात्रि के पहले दिन माता के दर्शन करेंगे। इसके बाद मुंडन संस्कार करायेंगे। मां की पूजा अर्चना करने के बाद प्रसाद ग्रहण कर घर पर शुभता का संदेश लेकर जाएंगे लेकिन सभी के मंगलगान पर ट्रक चालक की लापरवाही भारी पड़ गई। मंगलगीत अचानक चीखों में बदल गया। हर तरफ चीखपुकार मच गई।