उत्तर प्रदेश के कई जिलों में बरसात का कहर देखने को मिला। देर रात से रुक-रुककर हो रही बारिश से जनपद इटावा में अलग-अलग स्थानों पर दीवार गिरने से सात मासूम बच्चाें समेत 10 लोगों की मौत हुई हैं। आठ लोग गंभीर रूप से घायल हैं, जिनका इलाज आसपास के अस्पताल में चल रहा है।
जिलाधिकारी अवनीश कुमार राय ने बरसात को देखते हुए जनपद के सरकारी और गैर सरकारी सभी विद्यालयों को तीन दिन तक बंद रखने का आदेश दिया है। जिलाधिकारी ने बताया कि पहली घटना थाना सिविल लाइन इलाके के चंद्रपुरा गांव की है, जहां टीन शेड के नीचे सो रहे चार सगे भाई-बहनों की दीवार के नीचे दबने से मौत हो गईं। मरने वाले बच्चों में सिंकू (10), अभि (08), सोनू (07) और आरती (05) हैं। इन बच्चों के माता-पिता की मौत दो वर्ष पहले हो चुकी थी। ये बच्चे अपनी बूढ़ी दादी के साथ रह रहे थे।
दूसरी घटना थाना कोतवाली इलाके के पथवरिया मुहाल की है। यहां पर कच्चा मकान गिर गया। मलबे में दबकर आलिया (07), आहिल आठ माह और 13 माह की सुहाना की मौत हो गई। तीस वर्षीय चंदा और 69 वर्षीय कादरी बेगम गंभीर रूप से घायल हो गए हैं, जिनका उपचार जिला अस्पताल में चल रहा है।
इसी तरह तीसरा हादसा थाना इकदिल क्षेत्र के कृपालपुर गांव का है, जहां दीवार गिरने से मलबे के नीचे दबकर बुजुर्ग दम्पति रामसनेही (65), रेशमा (63) की मौत हो गई है। इसके अलावा थाना चकरनगर क्षेत्र के अंतर्गत अंदाबा गांव में दीवार के नीचे दबकर मजदूर जबर सिंह की मौत हो गई है।
पुलिस ने सभी मृतकों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजकर आगे की कार्रवाई में जुट गई है। हादसें में छह लोग गंभीर रूप से घायल हैं, जिनका इलाज जिला अस्पताल में चल रहा है।
जिलाधिकारी अवनीश कुमार राय ने बताया कि बीती रात हुई मूसलाधार बारिश में अलग-अलग थाना क्षेत्रों में हुई घटनाओं में सात मासूम बच्चों समेत 10 लोगों की मौत हुई है, जबकि आठ लोग घायल हैं। सभी घायलों को बेहतर इलाज मुहैया कराया जा रहा है। उन्होंने जिले के सभी विद्यालयों को तीन दिन तक बंद रखने का निर्देश दिया है।