आज जब युवाओं का जन सैलाब उमड़ा तो व्यवस्था संभालने में जुटी पुलिस के भी हाथ पांव फूल गए। दरअसल उत्तराखंड में सरकारी नौकरियों की भर्ती में हुए घोटाले के विरोध में कुमाऊं के युवा बुधवार को हल्द्वानी में जुटे।
उत्तराखंड एकता मंच के बैनर तले एकजुट हुए युवाओं ने महाआक्रोश रैली के माध्यम से यूकेएसएसएससी भर्ती घोटाले की जांच एसटीएफ के बजाय सीबीआइ को देने की मांग की। युवाओं ने एक स्वर में कहा कि उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग में हुई भर्ती घोटाले के तार बड़े-बड़े हो गए हैं। कई उच्च अधिकारी और सफेदपोश भी घोटाले के पीछे शामिल हैं। ऐसे में एसटीएफ से निष्पक्ष जांच की उम्मीद नहीं की जा सकती।
विभिन्न संगठनों के लोगों ने भ्रष्टाचार पर पूर्ण रोक लगाने और सरकारी भर्तियों में चहेतों को नौकरी देने की परिपाटी को समाप्त करने की मांग की। राज्य गठन के बाद सचिवालय में अलग अलग समय मे हुई भर्तियों की सीबीआइ जांच की पुरजोर मांग की। कहा कि सरकारें प्रदेश में युवाओं के साथ छलावा कर रही हैं। उच्च शिक्षा प्राप्त युवा मेहनत कर नौकरी का इंतजार कर रहे हैं, जबकि नौकरियां लाखों रुपये लेकर चहेतों को बांटी जा रही हैं। पहाड़ी आर्मी के बैनर तले बुध पार्क में सभा की गई। रैली के चलते पुलिस प्रशासन मुस्तैद है।
सिटी मजिस्ट्रेट रिचा सिंह, एसडीएम मनीष कुमार, सीओ प्रमोद साह, कोतवाल हरेंद्र चौधरी समेत पुलिस बल तैनात रहा। रैली में भारी संख्या में कुमाऊं मंडल के अलग-अलग हिस्सों से युवा और विभिन्न संगठन हल्द्वानी में जुटे। यह रैली ठंडी सड़क से शुरू होकर एसडीएम कोर्ट तक निकाली गयी। इसके बाद एसडीएम के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजा गया।