माननीय राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू 2025 तक देश से टीबी उन्मूलन के मिशन को फिर से जीवंत करने के लिए 9 सितंबर को प्रधानमंत्री टीबी मुक्त भारत अभियान का शुभारंभ करेंगी। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने मार्च 2018 में दिल्ली एंड टीबी शिखर सम्मेलन में 2030 तक के लिए निर्धारित एसडीजी लक्ष्य से पांच साल पहले देश में टीबी को समाप्त करने का आह्वान किया था। इस अभियान को केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया, केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण राज्यमंत्री डॉ. भारती प्रवीण पवार, केंद्रीय मंत्रियों, राज्यपालों और उपराज्यपालों तथा अन्य गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति में शुरू किया जाएगा। ऑनलाइन कार्यक्रम में राज्य और जिला स्वास्थ्य प्रशासन, कॉरपोरेट्स, उद्योग, नागरिक समाज और गैर सरकारी संगठनों के प्रतिनिधि भाग लेंगे। देश 2025 तक टीबी उन्मूलन की प्रतिबद्धता को दोहराने जा रहा है।
प्रधानमंत्री टीबी मुक्त भारत अभियान की परिकल्पना सभी सामुदायिक हितधारकों को एक साथ लाने के लिए की गई है ताकि टीबी के उपचार में लोगों की सहायता की जा सके और टीबी उन्मूलन की दिशा में देश की प्रगति में तेजी लाई जा सके। माननीय राष्ट्रपति नि-क्षय मित्र पहल का भी शुभारंभ करेंगी जो अभियान का एक महत्वपूर्ण घटक है। नि-क्षय मित्र पोर्टल टीबी के उपचार से गुजर रहे लोगों को विभिन्न प्रकार की सहायता प्रदान करने के लिए एक मंच प्रदान करता है। तीन आयामी सहायता में पोषण, अतिरिक्त निदान और पेशेवर सहायता शामिल है। दानकर्ताओं, जिन्हें नि-क्षय मित्र कहा जाता है, में हितधारकों की एक विस्तृत श्रृंखला शामिल हो सकती है, जिनमें निर्वाचित प्रतिनिधि, राजनीतिक दल से लेकर कॉरपोरेट, गैर सरकारी संगठन और आम व्यक्ति तक हो सकते हैं।
उद्घाटन समारोह का उद्देश्य एक सामाजिक दृष्टिकोण की आवश्यकता को रेखांकित करना है जो 2025 तक देश से टीबी को खत्म करने के महत्वाकांक्षी लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए जन आंदोलन में सभी पृष्ठभूमि के लोगों को एक साथ लाए। प्रधानमंत्री टीबी मुक्त भारत अभियान रोगी केंद्रित स्वास्थ्य प्रणाली की ओर सामुदायिक समर्थन हासिल करने की दिशा में एक कदम है।