प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 28 अगस्त, 2022 को ‘मन की बात’ के 92वें संस्करण में लोगों को एकजुट करने में आजादी का अमृत महोत्सव और हर घर तिरंगा अभियानों द्वारा निभाई गई भूमिका की सराहना की। ये अभियान ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’ की भावना को परिलक्षित करते हैं।
प्रधानमंत्री ने अपने ‘मन की बात’ संबोधन में कहा कि अमृत महोत्सव और स्वाधीनता दिवस के विशेष अवसर पर हमने राष्ट्र की सामूहिक शक्ति के दर्शन किए। एक चेतना की अनुभूति हुई है। इतना बड़ा देश, इतनी विविधताएं, लेकिन जब बात तिरंगा फहराने की आई, तो हर कोई, एक ही भावना में बहता दिखाई दिया। लोग तिरंगे के गौरव के प्रथम प्रहरी बनकर खुद आगे आए। हमने स्वच्छता अभियान और टीकाकरण अभियान में भी देश की भावना को देखा था। अमृत महोत्सव में हमें फिर देशभक्ति का वैसा ही जज़्बा देखने को मिल रहा है। हमारे सैनिकों ने पहाड़ की ऊँची-ऊँची चोटियों पर, देश की सीमाओं पर और बीच समंदर में तिरंगा फहराया।
अमृत महोत्सव का उल्लेख करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि साथियो, अमृत महोत्सव के ये रंग, केवल भारत में ही नहीं, बल्कि दुनिया के दूसरे देशों में भी देखने को मिले। बोत्स्वाना के स्थानीय गायकों ने भारत की आज़ादी के 75 साल का जश्न मनाने के लिए देशभक्ति के 75 गीत गाए। इसमें भी खास बात यह है कि ये 75 गीत हिन्दी, पंजाबी, गुजराती, बांग्ला, असमी, तमिल, तेलुगू, कन्नड़ और संस्कृत जैसी भाषाओँ में गाये गए। इसी तरह, नामीबिया में भारत-नामीबिया के सांस्कृतिक-पारंपरिक संबंधों पर विशेष स्टैम्प जारी किया है।
प्रधानमंत्री ने लोगों से स्वाधीनता सैनानियों, विशेष कर अनसुने नायक-नायिकाओं के योगदान को रेखांकित करने वाले दूरदर्शन के ‘स्वराज’ धारावाहिक को देखने का अनुरोध किया। उन्होंने कहा, “यह आजादी के आंदोलन में हिस्सा लेने वाले अनसुने नायक-नायिकाओं के प्रयासों से देश की युवा-पीढ़ी को परिचित कराने की एक बेहतरीन पहल है।” श्री मोदी ने 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस मनाने के लिए भारत के विभिन्न हिस्सों में अलग-अलग स्तर पर किए गए व्यक्तिगत प्रयासों पर भी प्रकाश डाला।