केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि कांग्रेस में अब माहौल ठीक नहीं है, इसलिए आजाद जैसे नेता भी पार्टी छोड़ रहे हैं। कई महीनों और वर्षों से स्पष्ट है कि कांग्रेस की अंदरूनी स्थिति क्या है। मैं तो भाजपा का कार्यकर्ता हूं, लेकिन गुलाम नबी आजाद अब स्वयं कांग्रेस से आजाद हो गए हैं।
केंद्रीय मंत्री सिंधिया ने उक्त बातें शनिवार को ग्वालियर प्रवास के दौरान मीडिया द्वारा गुलाम नबी आजाद के कांग्रेस से इस्तीफा देने से जुड़े सवाल पर कही। दरअसल, सिंधिया शुक्रवार देर रात दो दिवसीय प्रवास पर ग्वालियर पहुंचे और रात्रि विश्राम के बाद शनिवार की सुबह बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के दौरे पर निकल गए। श्योपुर जिले के दौरे पर निकलने से पूर्व उन्होंने मीडिया से बातचीत की। सिंधिया ने कहा, मैं बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा करने के लिए जा रहा हूं, समूचे अंचल के बाढ़ प्रभावित इलाकों में जा रहा हूं। संकट के समय क्षेत्र की जनता का हौसला बढ़ाने के लिए जा रहा हूं।
उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार बाढ़ प्रभावितों की मदद के लिए तैयार है। मुख्यमंत्री ने स्वयं क्षेत्र का दौरा किया है। बाढ़ के बीच में फंसे एक-एक व्यक्ति को गांव से वायु सेना के हेलीकॉप्टर से रेस्क्यू करके सुरक्षित स्थान या कैंप तक पहुंचाया गया है। वहां किस तरह की राहत दी जा रही है और क्या जरूरत है, इसकी जानकारी लेकर बाढ़ में फंसे हमारे भाइयों के लिए हर संभव मदद का प्रयास करूंगा।
इसके बाद सिंधिया चम्बल में आई बाढ़ से प्रभावित जिलों भिंड-मुरैना और श्योपुर के दौरे पर रवाना हो गए। उन्होंने सबसे पहले श्योपुर जिले के जलालपुर में बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का सर्वेक्षण कर प्रभावित नागरिकों से मुलाकात की। उन्होंने कहा कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में राहत दल को तैनात कर सर्वे किया जा रहा है और पीड़ित व्यक्तियों को हर संभव मदद देने के प्रयास भी लगातार जारी हैं। केंद्र और राज्य सरकार मिलकर क्षेत्र के लोगों की सुरक्षा और कुशल-क्षेम सुनिश्चित करने के लिए तत्परता से कार्य कर रहे हैं। सरकार हर क्षण हर जरूरतमंद के साथ खड़ी है।
उल्लेखनीय है कि बीते तीन-चार दिनों से चम्बल नदी ने रौद्र रूप धारण कर रखा है। शुक्रवार को चम्बल का जलस्तर खतरे के निशान से करीब नौ मीटर ऊपर था। हालांकि, शनिवार को जल स्तर कम हुआ है, लेकिन ग्वालियर-चंबल संभाग के कई गांव अब भी बाढ़ की चपेट में हैं। श्योपुर, मुरैना, भिंड एवं गुना के करीब 500 से ज्यादा गांव नदियों में आए उफान के कारण प्रभावित हो गए हैं। इसी कारण केंद्रीय मंत्री सिंधिया ने अपने ग्वालियर के दो दिवसीय दौरे को बाढ़ प्रभावित दौरों में बदल दिया है।