कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि केंद्र सरकार की गलत नीतियों के कारण देश पर कर्ज बढ़ रहा है।
कांग्रेस प्रवक्ता गौरव वल्लभ ने गुरुवार को पार्टी मुख्यालय में आयोजित एक प्रेसवार्ता के दौरान कहा कि वित्त वर्ष 2023 में देश के प्रति व्यक्ति कर्ज में इजाफा हुआ है। यह बात भारत सरकार भी मानती है। सरकार ने खुद माना है कि वित्त वर्ष 2023 में प्रति व्यक्ति कर्ज बढ़कर एक लाख 09 हजार रुपये हो चुका है। जबकि वर्ष 2013-14 में प्रति व्यक्ति कर्ज लगभग 43 हजार रुपये था।
वल्लभ ने कहा कि मोदी सरकार की गलत नीतियों के कारण देश का हर व्यक्ति बिना कर्ज लिए कर्ज तले दबा जा रहा है। उन्होंने कहा कि एक ओर देश पर कर्ज बढ़ रहा है वहीं दूसरी ओर देश के चंद उद्योगपति सरकारी बैंकों से लगातार कर्ज ले रहे हैं।
वल्लभ ने न्यूयॉर्क में किए गए एक शोध का हवाला देते हुए कहा कि भारतीय बैंकों का अडानी ग्रुप को अधिक कर्ज देना खतरे से खाली नहीं है। वल्लभ ने कहा कि शोध में सामने आया है कि अडानी ग्रुप लगातार ऐसे व्यापार में निवेश कर रहा है जिसमें उसका अनुभव नहीं है। ऐसे में अगर व्यापार में घाटा हुआ तो इसका असर बैंकों पर जरूर पड़ेगा।
वल्लभ ने कहा कि इस समय अडानी ग्रुप पर दो लाख तीस हजार करोड़ रुपये का कर्ज है। यह ग्रुप अपने कैपिटल रकम को खर्च करने के बजाय बैंको से कर्ज लेकर नये व्यापार में निवेश कर रहा है। उन्होंने कहा कि बीते दो वर्षों में अडानी ग्रुप 48 हजार करोड़ का कर्ज ले चुका है। जिसमें से अडानी ग्रुप ने 18770 करोड़ रुपये एसबीआई से कर्ज के रूप में लिया है।