कहा: एमएसपी कानून बनाए सरकार नहीं होने देंगे किसानों की मुश्तरका जमीनों पर सरकारी कब्जा
मंगलवार को संयुक्त किसान मोर्चा की कोर कमेटी की बैठक कैथल के सेक्टर-18 में हुई। यह बैठक गुरुद्वारा नीमसाहब में हुई। बैठक में जुमला मुश्तरका मालिकान, शामलात देह मालिकान पर सरकार के कब्जे का विरोध व ऐसी गलती कानून को लागू करने की मांग को लेकर प्रदेशभर के किसान संगठनों ने प्रदेश स्तरीय आंदोलन शुरू करने की घोषणा की।
बैठक में बोलते हुए संयुक्त किसान मोर्चा के जिला संयोजक भरत सिंह बैनीवाल, सतपाल दिलोंवाली, जयप्रकाश शास्त्री भारतीय किसान सभा व रतनमान गुट के जिला प्रधान गुरनाम सिंह ने कहा कि अग्नीपथ योजना का विरोध करने वाले युवाओं के खिलाफ अगर सरकार ने 12 अगस्त तक मुकदमे वापस नहीं लिए तो 13 अगस्त को जाट सभा कैथल में होने वाले जय जवान जय किसान सम्मेलन में किसान सरकार के खिलाफ बड़ा फैसला लेंगे। सम्मेलन में बेरोजगार छात्रों व युवाओं के मुद्दों पर फोक्स रहेगा। वहीं सरकार की किसानो के साथ वायदा खिलाफी, खेत- मजदूर व अन्य वर्गो की समस्याऐं भी उठाई जाएंगी। सम्मेलन में संयुक्त किसान मोर्चा से सम्बधित जमाम संगठन, युवा बेरोजगार, भूः पूर्व सैनिकों के संगठन भी हिस्सा लेंगे। बैठक को रामफल भानपुरा, प्रदीप कुराड़, मा रामकला बालू, अशोक शर्मा, महेन्द्र सिंह किसान सभा व ईसम सिंह ने भी सम्बोधित किया।
किसानों ने एक सुर से कहा कि अपनी जमीनों पर सरकारी कब्जा नहीं होने देंगे। किसान नेताओं ने कहा कि सरकार की गलत नीतियों के कारण किसान को मजबूर होकर फिर इकट्ठा होना पड़ा है। आज के कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य संयुक्त किसान मोर्चा को मजबूत करना है। सरकार की नीति है कि किसान की जमीनों पर नाजायज तरीके कब्जा करके उन्हें बड़े कॉर्पोरेट घरानों को दे दे। इसलिए किसान अपनी जमीन पर कब्जा नहीं होने देगा और चाहे जो भी सरकार को यह फैसला वापस लेना पड़ेगा।
हरियाणा सरकार गांवों में सदियों से जोतते आ रहे जुमला मुश्तरका मालिकान और शामलात देह मालिकान आदि जमीनों को प्रदेश के किसानों से किसी भी तरह से न छुड़वाए अन्यथा प्रदेश का किसान सरकार के खिलाफ आर पार की लड़ाई लड़ेगा।
आशा खबर / शिखा यादव