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अमेरिका-जापान आर्थिक वार्ता: चीन को पिछाड़ने के लिए बनाएंगे अगली पीढ़ी के सेमीकंडक्टर

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वाशिंगटन में अमेरिका और जापान के बीच मंत्रीस्तरीय आर्थिक बैठक में दोनों देश के नेता। 

लंबे समय से एक दूसरे के सहयोगी संयुक्त राज्य अमेरिका और जापान के बीच शुक्रवार को वाशिंगटन में एक नई उच्च-स्तरीय आर्थिक वार्ता शुरू हुई जिसमें चीन को आर्थिक मामलों में पिछाड़ने के लिए अगली पीढ़ी के सेमीकंडक्टर बनाने और यूक्रेन पर रूस के आक्रमण के कारण खराब हुए आर्थिक हालात से निपटने को लेकर वार्ता हुई।

जापानी व्यापार मंत्री कोइची हाग्यूडा ने कहा कि दोनों देश वाशिंगटन में मंत्रिस्तरीय आर्थिक बैठक टू-प्लस-टू के दौरान अगली पीढ़ी के अर्धचालकों (सेमीकंडक्टर) के लिए नया संयुक्त अनुसंधान केंद्र स्थापित करने पर सहमत हुए।

अधिकारियों ने एक प्रेस वार्ता में कहा कि अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन, अमेरिकी वाणिज्य सचिव जीना रायमोंडो, जापान के विदेश मंत्री योशिमासा हयाशी और हागुडा ने भी ऊर्जा और खाद्य सुरक्षा पर चर्चा की।

अमेरिकी विदेश मंत्री ब्लिंकन ने उद्घाटन सत्र में कहा कि दुनिया की पहली और तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था के रूप में, यह महत्वपूर्ण है कि हम नियम-आधारित आर्थिक व्यवस्था की रक्षा के लिए मिलकर काम करें, जिसमें सभी देश भाग ले सकें, प्रतिस्पर्धा कर सकें और समृद्ध हो सकें।

ब्लिंकन ने कहा कि कोविड-19 और यूक्रेन में युद्ध सहित हाल की विश्व घटनाओं ने महत्वपूर्ण आपूर्ति श्रृंखलाओं को बाधित किया है, जबकि बड़ी संख्या में देश अस्थिर और गैर-पारदर्शी उधार प्रथाओं के कारण कर्ज के बोझ से जूझ रहे हैं।

उन्होंने कहा कि पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना की आर्थिक प्रथाएं दूसरे देशों को अपनी सुरक्षा, उनकी बौद्धिक संपदा, उनकी आर्थिक स्वतंत्रता से समझौता करने के लिए मजबूर करती हैं।

जापान के हयाशी ने यूक्रेन पर रूस के आक्रमण को अंतर्राष्ट्रीय व्यवस्था के लिए एक गंभीर चुनौती बताते हुए और चीन का सीधे तौर पर नाम नहीं लेते हुए दूसरे देशों के साथ अपने आर्थिक प्रभाव का गलत तरीके से इस्तेमाल करने और रणनीतिक हितों को साधने का आरोप लगाया।

हागुडा ने कहा कि वाशिंगटन और टोक्यो मिलकर अगली पीढ़ी के अर्धचालक (सेमीकंडक्टर) अनुसंधान पर तेजी से काम करेंगे। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि वाशिंगटन और टोक्यो महत्वपूर्ण घटकों का एक सुरक्षित स्रोत स्थापित करने के लिए एक नया आर एंड डी (शोध एवं विकास) संगठन शुरू करने पर सहमत हुए।

उन्होंने कहा कि अनुसंधान केंद्र अन्य समान विचारधारा वाले देशों के लिए भाग लेने के लिए खुला होगा।

दोनों देशों ने आर्थिक वार्ता के योजनाओं का अतिरिक्त विवरण जारी नहीं किया, लेकिन जापान के एक समाचार पत्र निक्केई शिंबुन ने पहले कहा था कि इसे इस साल के अंत तक जापान में 2-नैनोमीटर सेमीकंडक्टर चिप्स पर शोध करने के लिए संयंत्र स्थापित किया जाएगा। अखबार ने कहा कि इसमें एक प्रोटोटाइप उत्पादन लाइन शामिल होगी और 2025 तक अर्धचालक का उत्पादन शुरू कर देना चाहिए।

आशा खबर/रेशमा सिंह पटेल

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