मुझे भी जन्म लेने दो के संकल्प’ के साथ मंत्री रेखा आर्या ने हरकी पैड़ी से कांवड़ उठाई और प्रदेश में बेटियों का लिंग अनुपात बेटों के बराबर करने का संकल्प भी लिया। इससे पहले कैबिनेट मंत्री ने अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद अध्यक्ष श्रीमहंत रविन्द्र पुरी और महामंत्री हरिगिरि के साथ गंगा पूजन किया। यहां से कांवड़ उठाने के बाद रेखा आर्य पैदल यात्रा पर ऋषिकेश के लिये निकलीं और वहां वह वीरभद्र महादेव मंदिर में संकल्प को पूरा करने की प्रार्थना के लिए जल चढ़ाएंगी।
मंगलवार को शिवरात्रि के पर्व पर हरकी पैड़ी पर महिला सशक्तिकरण और बाल विकास मंत्री रेखा आर्या गंगा ने गंगा पूजन किया। उन्होंने कहा कि आज सावन की शिवरात्रि है। भगवान शिव ने बताया है कि वे शक्ति के बिना अधूरे हैं और शक्ति उनके बिना। ठीक इसी प्रकार भ्रूण हत्या को खत्म किये जाने और इस प्रदेश को देवों की नगरी के साथ-साथ देवियों की नगरी से भी जाना जाए, ऐसे प्रयास किये जाने चाहिए।
मंत्री रेखा आर्या कांवड़ियों के साथ करीब 25 किमी पैदल यात्रा करेंगी। इसके बाद करीब 1300 वर्ष पुराने अंतिम पड़ाव वीरभद्र मंदिर में मुख्यमंत्री के साथ भगवान शिव के जलाभिषेक के साथ संकल्प लिया जाएगा। मंत्री रेखा आर्य को विश्वास है कि इससे प्रदेश की रजत जयंती पर उत्तराखंड में लिंगानुपात समान होगा और देवियों की भूमि से एक संकीर्ण मानसिकता का विनाश होगा।
इस मौके पर अखाड़ा परिषद के महामंत्री हरिगिरि ने कहा कि रेखा आर्य द्वारा लिया गया संकल्प जरूर पूर्ण हो, वो ऐसी कामना करते हैं। उनका मानना है कि उत्तराखंड ही नहीं पूरे विश्व से भ्रूण हत्या जैसा पाप खत्म होना चाहिए। उन्होंने कहा कि मां गंगा खुद एक महिला हैं, जिनको पृथ्वी पर आने से रोकने के लिए बहुत से दानवों ने प्रयास किये लेकिन भगवान शिव के आशीर्वाद से वे आईं। ठीक उसी प्रकार से कन्याओं को जन्म लेने से कोई नहीं रोक पायेगा।
आशा खबर / उर्वशी विश्वकर्मा