केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि केंद्र व राज्य सरकारें मिलकर कृषि के क्षेत्र में हरसंभव कार्य कर रही हैं। तोमर ने गुरुवार को बेंगलुरु में राज्यों के कृषि व बागवानी मंत्रियों के दो दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन का शुभारंभ करते हुए कहा कि हमारा देश सबसे बड़ा लोकतंत्र है, जहां वैचारिक, भाषाई, भौगोलिक व जलवायु की विविधता है, लेकिन यही भारत की ताकत है। इसका कृषि के संदर्भ में भी राज्यों व देश के हित में कैसे उपयोग कर सकते हैं, इस पर विचार करने की जरूरत है।
तोमर ने कहा कि कृषि बहुत संवेदनशील क्षेत्र है जो करोड़ों किसानों से जुड़ा है। गांवों में बैठे छोटे किसानों के जीवन में केंद्र-राज्य मिलकर कैसे तब्दीली ला सकते हैं, इसके लिए और अधिक काम करना चाहिए। तोमर ने कहा कि अब फर्टिलाइजर के क्षेत्र में भी हमें आत्मनिर्भर होने, मेक इन इंडिया की आवश्यकता है। उन्होंने नैनो फर्टिलाइजर का महत्व बताते हुए कहा कि इसे बढ़ावा देने में राज्यों की भूमिका महत्वपूर्ण है। उन्होंने राज्यों के कृषि मंत्रियों से अनुरोध किया कि कृषि की और तेजी से प्रगति के लिए अपने कार्यकाल में श्रेष्ठ कार्य कर गुजरें।
खाद्यान्न उत्पादन में स्वावलंबी देश स्वाभिमानी राष्ट्र बनते हैं
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने कहा कि कृषक व कार्मिक के श्रम में भगवान होते हैं। कृषि हमारी संस्कृति है,कृषि हमारे देश की अर्थव्यवस्था का मुख्य आधार है और भारतीय कृषि क्षेत्र खाद्य सुरक्षा को सुनिश्चित कर रहा है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में बीते 08 साल में कृषि क्षेत्र में अनेक महत्वपूर्ण नीतियां बनाई गई और ठोस कार्य हुए हैं। उन्होंने कहा कि 130 करोड़ से ज्यादा की आबादी होने के बावजूद खाद्यान्न उत्पादन में हमारा देश आत्मनिर्भर हुआ हैं।
बोम्मई ने कहा कि जो देश खाद्यान्न उत्पादन में स्वावलंबी होता है, वह स्वाभिमानी राष्ट्र बनता है।
उल्लेखनीय है कि इस कार्यक्रम कृषि मंत्री तोमर के साथ देश के रसायन व उर्वरक व स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया और कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने कृषि मंत्री के इस सम्मेलन को संबोधित किया।
सम्मेलन में केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण राज्य मंत्री कैलाश चौधरी व शोभा करंदलाजे, केंद्रीय रसायन एवं उर्वरक राज्य मंत्री भगवंत खुबा, कर्नाटक के कृषि मंत्री बी.सी. पाटिल सहित राज्यों के कृषि एवं बागवानी मंत्री, केंद्रीय कृषि सचिव मनोज अहूजा, उर्वरक सचिव आरती अहूजा, डेयर के सचिव व भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आईसीएआर) के महानिदेशक डॉ. त्रिलोचन महापात्र, कर्नाटक की मुख्य सचिव वंदिता शर्मा व केंद्र व राज्य सरकारों. संस्थानों के वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए।
आशा खबर /रेशमा सिंह पटेल