अजमेर दरगाह के खादिम हिस्ट्रीशीटर सलमान चिश्ती को नसीहत देने वाले डीएसपी संदीप सारस्वत को आईजी रेंज अजमेर रूपेंद्र सिंह परिहार ने बुधवार रात एपीओ कर जयपुर लगा दिया। बीजेपी की पूर्व प्रवक्ता नूपुर शर्मा का सिर काटकर लाने वाले को अपना मकान देने का ऐलान करने वाले सलमान चिश्ती को पुलिस ने मंगलवार रात गिरफ्तार किया गया था। डीएसपी का एक वीडियो सामने आया था, जिसमें वे चिश्ती को यह कह रहे हैं कि बोलना नशे में था।
खादिम सलमान चिश्ती की गिरफ्तारी के बाद एक वीडियो सामने आया, जिसे पूर्व शिक्षा मंत्री ने वासुदेव देवनानी ने ट्वीट किया था। देवनानी ने आरोप लगाया कि पुलिस नूपुर शर्मा की हत्या की मांग करने वाले अजमेर दरगाह के खादिम सलमान चिश्ती को बचा रही है। बताया जा रहा था कि यह आरोपी को गिरफ्तार कर लाते समय का वीडियो था। इस दौरान पुलिस टीम में शामिल एक पुलिसकर्मी की आवाज आ रही है कि ऐसा कौनसा नशा कर रखा था, वीडियो बनाते समय। वही, सलमान चिश्ती के पीछे चल रहे डीएसपी संदीप सारस्वत ने कंधे पर हाथ रखकर बोला कि- ऐसे बोलना कि नशे में था।
वीडियो सामने आने के बाद पूर्व शिक्षा मंत्री व भाजपा विधायक वासुदेव देवनानी ने ट्वीट किया। इसमें उन्होंने कहा कि राजस्थान सरकार की पुलिस एक अपराधी को समझा रही हैं। बोल देना नशे में था, ताकि बच जाए। यह गहलोत सरकार की पुलिस खादिम को बचा रही है। हमें लगा अपराधी को सजा होगी। वहीं अजमेर नगर निगम के डिप्टी मेयर नीरज जैन ने भी ट्वीट कर अजमेर पुलिस को दयालु बताया। इस संबंध में सारस्वत ने कहा कि आरोपी नशे का आदी है। जब पकड़ा तो जोर-जोर से रोने लगा। मरने की धमकी देने लगा। ऐसे में उसे समझा बुझाकर लाना पुलिस की जिम्मेदारी थी। थाने तक लाने के लिए उसे दिलासा देने के लिए ऐसा बोला गया।
आशा खबर / शिखा यादव
