म्यूचुअल फंडों ने फरवरी में 14 PSU Stocks में निवेश कम कर दिया, जिनमें से सात में दोहरे अंकों में करेक्शन देखा गया. इनमें से कई शेयरों ने 2023 तक मल्टीबैगर रिटर्न दिया है.
क्या सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियों के शेयरों (PSU stocks) के अच्छे दिन ख़त्म होने वाले हैं? यह पूरे पैक के लिए नहीं कहा जा सकता है, लेकिन कुछ शेयरों में न केवल दोहरे अंकों में करेक्शन देखा गया, बल्कि म्यूचुअल फंड होल्डिंग्स में भी कमी आई है. यह इन स्टॉक के कमज़ोर होने का संकेत है.
म्यूचुअल फंडों ने फरवरी में 14 PSU Stocks में निवेश कम कर दिया, जिनमें से सात में दोहरे अंकों में करेक्शन देखा गया. इनमें से कई शेयरों ने 2023 तक मल्टीबैगर रिटर्न दिया है. देखते हैं, कौन से हैं वे स्टॉक.
Indian Railway Finance Corp Ltd
भारतीय रेलवे वित्त निगम. स्टॉक रखने वाली म्यूचुअल फंड स्कीम्स की संख्या जनवरी में 37 से घटकर फरवरी में 34 हो गई. 2023 में 184% रिटर्न देने वाले इस स्टॉक में एक महीने में 29% की गिरावट आई है. तिमाही नजरिए से भी पिछली पांच तिमाहियों में म्यूचुअल फंड लगातार अपनी हिस्सेदारी घटा रहे हैं.
SJVN Ltd
एसजेवीएन. यह एक और मल्टीबैगर पीएसयू स्टॉक है जहां म्यूचुअल फंड ने पिछले महीने अपनी हिस्सेदारी कम कर दी है.
NBCC (India) Ltd
एनबीसीसी इंडिया. फरवरी के बाद से स्टॉक में लगभग 15% की गिरावट देखी गई, जनवरी में एमएफ स्वामित्व 28 स्कीम्स से घटकर 21 स्कीम्स पर आ गया. यह एक और पीएसयू स्टॉक है जिसने 2023 में 110% का मल्टीबैगर रिटर्न दिया.
Ircon International Ltd
इरकॉन इंटरनेशनल. पिछले महीने एमएफ होल्डिंग में कमी देखने वाला यह चौथा मल्टीबैगर पीएसयू स्टॉक है. स्टॉक ने 2023 में आश्चर्यजनक रूप से 186% रिटर्न दिया, लेकिन फरवरी के बाद से इसमें 22% की गिरावट आई है. दिलचस्प बात यह है कि कंपनी में एमएफ की हिस्सेदारी सितंबर तिमाही की तुलना में दिसंबर तिमाही में तेजी से बढ़ी है.
पीएसयू स्टॉक में करेक्शन
पीएसयू स्टॉक में 2023 में शानदार प्रदर्शन के बाद कुछ हद तक करेक्शन होना तय था और इसलिए विश्लेषक पीएसयू शेयरों में इस गिरावट से परेशान नहीं हैं.
कंप्लीट सर्कल वेल्थ के क्षितिज महाजन का मानना है कि पीएसयू सेक्टर में छोटे और माइक्रो-कैप सेगमेंट और डिफेंस, रेलवे और बैंक जैसे विशिष्ट सेक्टर में तेजी है. उन्होंने कहा, “निवेशकों को भीड़ की मानसिकता का पालन करने के बजाय वैल्यूएशन मेट्रिक्स और अपेक्षित कमाई पर विचार करते हुए सावधानी बरतनी चाहिए”
इसके विपरीत फाइंडॉक के हेमंत सूद के अनुसार, दो पीएसयू सेक्टर जिन पर व्यक्तिगत निवेशकों को ध्यान केंद्रित करना चाहिए, वे हैं डिफेंस और बैंकिंग. उन्होंने कहा, “इन दो सेक्टर में सरकार के समर्थन से आने वाले वर्ष में आगे बढ़ने की क्षमता है और ‘मेक इन इंडिया’ जैसी पहल विकास में उत्प्रेरक के रूप में काम करेगी.”