नष्ट की जाने वाले मादक पदार्थों में नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) की हैदराबाद इकाई की कार्रवाई में जब्त 6,590 किलोग्राम ड्रग्स शामिल है। इसके अलावा इंदौर इकाई की कार्रवाई में जब्त 822 किलोग्राम और जम्मू इकाई द्वारा जब्त की गई 356 किलोग्राम नशीली दवाएं भी कल नष्ट की जाएंगी।
मादक पदार्थों के खिलाफ चलाए गए अभियान के तहत सोमवार को बड़ा कदम उठाया जाएगा। इसके तहत देश के कई इलाकों में कुल 1.44 लाख किलोग्राम ड्रग्स को नष्ट किया जाएगा। इस दौरान केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह भी मौजूद रहेंगे। वे वर्चुअल माध्यम से इस कार्यक्रम का हिस्सा होंगे। जानकारी के मुताबिक, मादक पदार्थों को नष्ट करने का काम देश के कई शहरों में होगा, जिसे ‘नशीली दवाओं की तस्करी और राष्ट्रीय सुरक्षा’ पर आयोति सम्मेलन के दौरान अमित शाह से टीवी पर देखेंगे।
नष्ट की जाने वाले मादक पदार्थों में नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) की हैदराबाद इकाई की कार्रवाई में जब्त 6,590 किलोग्राम ड्रग्स शामिल है। इसके अलावा इंदौर इकाई की कार्रवाई में जब्त 822 किलोग्राम और जम्मू इकाई द्वारा जब्त की गई 356 किलोग्राम नशीली दवाएं भी कल नष्ट की जाएंगी।
राज्य | नष्ट किया जाने वाला मादक पदार्थ (किग्रा में) |
असम | 1,486 |
चंडीगढ़ | 229 |
गोवा | 25 |
गुजरात | 4,277 |
हरियाणा | 2,458 |
जम्मू-कश्मीर | 4,069 |
मध्य प्रदेश | 1,03,884 |
महाराष्ट्र | 159 |
त्रिपुरा | 1,803 |
उत्तर प्रदेश | 4,049 |
लक्ष्य से 11 गुना से अधिक जब्ती की गई
मामले से जुड़े बयान में बताया गया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार ने नशा मुक्त भारत बनाने के लिए नशीले पदार्थों के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई है। एक जून 2022 से 15 जुलाई 2023 तक एनसीबी की सभी क्षेत्रीय इकाइयों और राज्यों की एजेंसियों ने लगभग 9,580 करोड़ रुपये मूल्य की लगभग 8,76,554 किलोग्राम जब्त ड्रग्स को नष्ट किया है। यह तय किए गए लक्ष्य से 11 गुना से अधिक है।
सोमवार के बाद ही महज एक साल में नष्ट की गई ड्रग्स की कुल मात्रा करीब 10 लाख किलोग्राम तक पहुंच जाएगी। इनकी कुल कीमत करीब 12,000 करोड़ रुपये होगी। बयान में कहा गया है कि प्रधानमंत्री मोदी के नशा मुक्त भारत के सपने को साकार करने के लिए नशा उन्मूलन का यह अभियान इसी उत्साह के साथ सक्रिय रूप से जारी रहेगा।