इस साल भारत में होने वाले वनडे विश्व कप से पहले पाकिस्तान का ड्रामा जारी है। दरअसल, आईसीसी के विश्व कप शेड्यूल के एलान के बाद पीसीबी ने एक बयान में कहा था कि उनकी टीम के भारत आने पर फैसला पाकिस्तान सरकार करेगी। अब पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने टीम के भारत आने पर फैसला लेने के लिए एक हाई लेवल कमेटी बनाई है। इसकी अध्यक्षता विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो करेंगे।
यह कमेटी शरीफ को अपनी सिफारिशें सौंपने से पहले पाकिस्तान और भारत के बीच संबंधों के सभी पहलुओं पर विचार करेगी और राय रखेगी। शहबाज शरीफ पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के संरक्षक-प्रमुख भी हैं। यह कमेटी खेल और नीति को अलग रखने की सरकार की नीति पर भी विचार करेगी। इतना ही नहीं यह कमेटी पाकिस्तानी खिलाड़ियों, अधिकारियों, फैंस और मीडिया के लिए भारत में स्थिति और उनके लिए किए गए प्रबंधों का पता लगाएगी और चर्चा करेगी। पाकिस्तान को अहमदाबाद के अलावा हैदराबाद, कोलकाता, चेन्नई और बेंगलुरु समेत पांच मैदानों में मैच खेलने हैं।
कमेटी में और कौन-कौन शामिल?
इस कमेटी के अन्य सदस्यों में खेल मंत्री अहसान मजारी, मरियम औरंगजेब, असद महमूद, अमीन उल हक, कमर जमान कैरा और पूर्व राजनयिक तारिक फातमी शामिल हैं। संबंधित मंत्रियों ने पहले ही पीसीबी को संकेत दिया है कि जिन स्थानों पर पाकिस्तान की टीम खेलेगी, उनके निरीक्षण के लिए एक उच्च स्तरीय सुरक्षा प्रतिनिधिमंडल भारत भेजा जाएगा। हालांकि, इसके लिए उन्हें पहले बीसीसीआई और भारत सरकार से मंजूरी लेनी होगी।
पीसीबी अध्यक्ष आईसीसी से करेंगे शिकायत
बोर्ड के कार्यवाहक अध्यक्ष जका अशरफ और चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर सलमान तासीर आईसीसी की बैठक में शामिल होने के लिए शनिवार रात डरबन रवाना होंगे। ऐसा कहा जा रहा है कि अशरफ भारत द्वारा सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए अपनी टीम को पाकिस्तान भेजने से बार-बार इनकार करने पर चर्चा करेंगे। भारत ने हाल ही में एशिया कप के लिए पाकिस्तान जाने से इनकार कर दिया था। इसके बाद इस टूर्नामेंट को पाकिस्तान और श्रीलंका की सह-मेजबानी में कराने पर फैसला लिया गया। 31 अगस्त से शुरू हो रहे एशिया कप के चार मैच पाकिस्तान में खेले जाएंगे। वहीं, सुपर-फोर और फाइनल समेत नौ मैच श्रीलंका में होंगे।
27 जून को वर्ल्ड कप शेड्यूल का एलान
आईसीसी ने बीसीसीआई के साथ मिलकर 27 जून को वनडे वर्ल्ड कप शेड्यूल का एलान किया था। टूर्नामेंट की शुरुआत पांच अक्तूबर को डिफेंडिंग चैंपियंस इंग्लैंड और 2019 विश्व कप की उपविजेता टीम न्यूजीलैंड के बीच मैच से होगी। भारत और पाकिस्तान के बीच हाईवोल्टेज मुकाबला 15 अक्तूबर को अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में खेला जाएगा। शेड्यूल के एलान के बाद ही पाकिस्तान के नखरे शुरू हो गए थे। दरअसल, पाकिस्तान ने अफगानिस्तान और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वेन्यू में बदलाव की मांग की थी। चेपक में स्पिन ट्रैक होने की वजह से पाकिस्तान अफगानिस्तान के खिलाफ वहां नहीं खेलना चाहता था। वहीं, चिन्नास्वामी में बैटिंग पिच होने के कारण पाकिस्तान ऑस्ट्रेलिया से वहां नहीं भिड़ना चाहता था। हालांकि, आईसीसी ने दोनों मांगों को ठुकरा दिया था।
इसके बाद पीसीबी के एक अधिकारी ने कहा था- विश्व कप में हमारी भागीदारी सरकार की मंजूरी पर निर्भर करेगा। अब तक सरकार ने कोई एनओसी जारी नहीं की है। चूंकि यह एक संवेदनशील मुद्दा है इसलिए बोर्ड अपनी सरकार से स्पष्ट निर्देश मिलने के बाद ही आगे बढ़ सकता है। हमने आईसीसी को पहले ही सूचित कर दिया है कि टूर्नामेंट में हमारी भागीदारी या आयोजन स्थलों पर कोई भी मुद्दा सबसे पहले पीसीबी को भारत की यात्रा के लिए सरकार से मंजूरी मिलने से जुड़ा है।
आईसीसी ने पीसीबी को दिया था जवाब
इस पर आईसीसी ने भी पीसीबी को जवाब दिया था। आईसीसी ने कहा था- पाकिस्तान ने वर्ल्ड कप में हिस्सा लेने के लिए एग्रीमेंट साइन किया है। हम उम्मीद कर रहे हैं कि वो इस एग्रीमेंट से पलटेंगे नहीं और भारत आएंगे। वर्ल्ड कप में भाग ले रही सभी टीमें अपने देश के नियम और कानूनों से बंधी हैं और हम इसका सम्मान भी करते हैं। हालांकि, हमें पूरा भरोसा है कि पाकिस्तान वर्ल्ड कप खेलने भारत जरूर आएगा।