भारत और वेस्टइंडीज के बीच टेस्ट और वनडे सीरीज के लिए टीम इंडिया का एलान कर दिया गया है। टेस्ट टीम से चेतेश्वर पुजारा की छुट्टी कर दी गई है और मोहम्मद शमी को पूरे दौरे पर आराम दिया गया है। वेस्टइंडीज दौरे के लिए भारत की टेस्ट और वनडे दोनों टीमों में सीनियर बल्लेबाजों की भरमार है, लेकिन तेज गेंदबाजी की जिम्मेदारी युवा कंधों पर है। टेस्ट में मोहम्मद सिराज, नवदीप सैनी, शार्दुल ठाकुर, जयदेव उनादकट और मुकेश कुमार पर तेज गेंदबाजी का दारोमदार है, जबकि वनडे में मोहम्मद सिराज, जयदेव उनादकट, मुकेश कुमार, उमरान मलिक, शार्दुल ठाकुर और हार्दिक पांड्या के हाथों में तेज गेंदबाजी की बागडोर होगी।
वेस्टइंडीज दौरे के लिए दोनों टीमों में किसी अनुभवी तेज गेंदबाज को मौका नहीं दिया गया है। तेज गेंदबाजों में मोहम्मद सिराज एकमात्र गेंदबाज हैं, जो नियमित रूप से टीम का हिस्सा रहे हैं। हालांकि, उन्होंने भी देश के लिए 19 टेस्ट और 24 वनडे मैच ही खेले हैं।
भारतीय चयनकर्ताओं ने युवा तेज गेंदबाजों पर भरोसा जताया है, लेकिन अर्शदीप सिंह को टेस्ट या वनडे किसी भी टीम में नहीं चुना गया है। हालांकि, पूर्व भारतीय क्रिकेटर सुनील गावस्कर का मानना है कि अर्शदीप का टीम में चयन ना होना कहीं ना कहीं उनके लिए ही फायदेमंद साबित हो सकता है। अर्शदीप को जगह ना मिलने के कारण यह उन्हें उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन देने के लिए प्रोतसाहित करेगा और यही उनके वनडे टीम में वापसी की वजह भी बनेगा।
गावस्कर ने कहा “कभी-कभी टीम से बाहर होना भी एक खिलाड़ी के लिए अच्छा साबित हो सकता है, यह आपको और विकेट लेने के लिए प्रोत्साहित करता है। शायद अर्शदीप को यही करने की जरुरत है। उन्हें लगातार पांच-पांच विकेट लेने पड़ेंगे, उनका बेस्ट प्रदर्शन देना होगा और वह अपने आप ही टीम में शामिल कर लिए जाएंगे।”
गावस्कर को विश्वास है कि ये बाएं हाथ का तेज गेंदबाज भारत के लिए तीनों प्रारुपों में एक अहम भूमिका निभा सकता है। गावस्कर ने कहा “वह भारत के लिए तीनों प्ररुपों का भविष्य हैं, उन्होंने इंग्लैंड में काउंटी क्रिकेट भी खेलना शुरु कर दिया है। जिस तरह जसप्रीत बुमराह ने टी20 क्रिकेट से शुरुआत की थी और आज भारतीय गेंदबाजी की कमान संभालते हैं, वैसे ही अर्शदीप भी ऐसे खिलाड़ी हैं जो भारत के लिए तीनों प्ररुपों में योगदान दे सकते हैं और इसके लिए आपको उन्हें प्रोत्साहित करना होगा।”