सिंधू इस चैंपियनशिप में दो बार कांस्य पदक जीत चुकी हैं। उन्होंने 2014 और 2016 में कांस्य पदक जीते थे। वहीं, प्रणय ने 2018 में वुहान में कांस्य पदक जीता था।
ताइवान की खिलाड़ी से सिंधू का पहला मैच
चोट के बाद वापसी करने वाली सिंधू मैड्रिड ओपन के फाइनल में पहुंची थीं। आठवीं वरीयी सिंधू अपने अभियान की शुरुआत ताइवान की वेन ची-सू के खिलाफ करेंगी। पुरुष एकल में विश्व के नौवें नंबर के खिलाड़ी प्रणय ने अपने प्रदर्शन में निरंतरता दिखाई है और वह म्यांमार के पेई नाइंग के खिलाफ अपने पहले दौर के मुकाबले में अच्छा प्रदर्शन करना चाहेंगे।
पूर्व विश्व चैंपियन से भिड़ेंगे लक्ष्य सेन
2021 विश्व चैंपियनशिप के रजत पदक विजेता किदांबी श्रीकांत बहरीन के एडनन इब्राहिम के खिलाफ खेलेंगे। विश्व के छठे नंबर के खिलाड़ी रहे लक्ष्य का इस साल प्रदर्शन निराशाजनक रहा है और टूर्नामेंटों में वह जल्दी बाहर हुए हैं। राष्ट्रमंडल खेलों के विजेता लक्ष्य का पहले दौर में मुकाबला काफी मुश्किल रहेगा क्योंकि उनकी भिड़ंत पूर्व विश्व चैंपियन सिंगापुर के लोह कीन वेई से होगी।
मालविका के सामने यामागुची
महिला एकल में मालविका बंसोड़ का सामना शीर्ष वरीय और पिछले साल की उप विजेता जापान की अकाने यामागुची से होगा। वहीं, आकर्षी कश्यप इंडोनेशिया की कोमांग के सामने चुनौती पेश करेंगी। वहीं, महिला युगल में, राष्ट्रमंडल खेलों की कांस्य पदक विजेता त्रीसा जॉली और गायत्री गोपीचंद का सामना इंडोनेशिया की लैनी ट्रिया मायासारी और रिबिका सुगित्रो से होगा।
पुरुष युगल में सात्विकसाईराज रेंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी की छठीं वरीय जोड़ी ने इस साल स्विस ओपन सुपर 300 का खिताब जीता था और यह जोड़ी मलयेशिया की जोड़ी तान कियान मेंग और तान वी कियोंग के खिलाफ खेलेगी। एमआर अर्जुन और ध्रुव कपिला, कृष्णा प्रसाद और विष्णुवर्धन गौड़ भी अपनी-अपनी चुनौती पेश करेंगे।