देश में H3N2 वायरस का कहर लगातार बढ़ता जा रहा है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, देशभर में इस वायरस की वजह से अब तक 9 लोगों की जान जा चुकी है। हालांकि इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।
वायरस का सबसे ज्यादा असर महाराष्ट्र में है। यहां अब तक वायरस के 352 मामले सामने आ चुके हैं। पुडुचेरी में सभी स्कूल 16 से 26 मार्च तक बंद कर दिए गए हैं।
इधर, दिल्ली में भी लगातार मिल रहे नए केस को देखते हुए बेड और डॉक्टरों की सुविधा बढ़ाई जा रही है। राजधानी के LNJP अस्पताल में 20 बेड का आइसोलेशन वार्ड बनाया गया है।
इसके अलावा 15 डॉक्टरों की टीम को भी विशेष तौर पर नियुक्त किया गया है। असम में भी बुधवार को H3N2 वायरस का एक मामला सामने आया है।
महाराष्ट्र में वायरस से दो मौतों का दावा
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, महाराष्ट्र में इस वायरस से कथित तौर पर अब तक दो लोगों की मौत हुई है। इनमें अहमदनगर में मेडिकल की पढ़ाई कर रहा एक युवा पिछले हफ्ते अपने दोस्तों के साथ घूमने के लिए अलीबाग गया था। वहां से लौटने के बाद उसकी तबीयत खराब होने लगी।
जांच में पता चला कि वह कोविड-19 और H3N2 वायरस से संक्रमित था। अस्पताल में इलाज के दौरान सोमवार को उसकी मौत हो गई। वहीं, नागपुर में वायरस से संक्रमित 78 साल के बुजुर्ग की मौत हो गई।
गुजरात में भी वायरस से महिला की मौत
गुजरात के वडोदरा में भी इसी वायरस से 58 साल की एक महिला की मौत का दावा किया जा रहा है। हालांकि इसकी कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। स्वास्थ्य अधिकारियों का कहना है कि महिला की जांच रिपोर्ट अभी लैब में भेजी गई है, वहां से पुष्टि होने के बाद ही मौत की वजह सामने आ पाएगी।
हालांकि राज्य के स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट में महिला को H3N2 वायरस से संक्रमित बताया गया।
महाराष्ट्र में अलर्ट पर हैं अस्पताल
राज्य के स्वास्थ्य मंत्री तानाजी सावंत ने बताया कि H3N2 वायरस से संक्रमित मरीजों का इलाज चल रहा है और अस्पतालों को अलर्ट पर रखा गया है। उन्होंने कहा कि H3N2 वायरस जानलेवा नहीं है और इसे इलाज के जरिए ठीक किया जा सकता है, इसलिए घबराने की जरूरत नहीं है। गुरुवार को H3N2 वायरस को लेकर एक मीटिंग होगी जिसमें सीएम एकनाथ शिंदे और डिप्टी सीएम देवेंद्र फड़नवीस शामिल होंगे।
इंफ्लूएंजा के 79% सैंपल्स में मिला H3N2 वायरस
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया है कि लैब में टेस्ट किए गए इंफ्लूएंजा सैंपल्स में से लगभग 79% में H3N2 वायरस पाया गया है। इसके बाद 14% सैंपल्स में इंफ्लूएंजा बी विक्टोरिया वायरस पाया गया है और 7% में इंफ्यूएंजा ए H1N1 वायरस पाया गया है। H1N1 को आम भाषा में स्वाइन फ्लू भी कहा जाता है। मंत्रालय का कहना है कि मार्च एंड से H3N2 वायरस के मामले कम होने लगेंगे।