कानपुर पुलिस चर्चा में है, क्योंकि इनके कारनामों ने सभी को चौंकाया। कोई हनी ट्रैप-ठगी का गैंग चलाता हुआ मिला तो किसी ने महिलाओं से अश्लीलता की। सिपाही और दरोगा खुद ही अपहरण, लूट और हनी ट्रैप गैंग चलाते मिले। तीन महीने के भीतर एक के बाद एक पांच ऐसी घटनाएं सामने आईं। इन घटनाओं ने कानपुर पुलिस कमिश्नरेट के दामन पर भी दाग लगाया। हालांकि, अफसरों ने इन सभी आरोपी पुलिस कर्मियों पर कार्रवाई की है।
आइए अब बारी-बारी से पांचों मामलों के बारे में पढ़ते हैं…
केस-1: दो दरोगा और कॉन्स्टेबल ने व्यापारी से लूटे 5.30 लाख
कानपुर देहात के सिकंदरा निवासी हार्डवेयर कारोबारी सत्यम शर्मा 23 फरवरी की रात लगभग 8 बजे 5.30 लाख लेकर उन्नाव से अपने घर लौट रहे थे। सचेंडी थाना क्षेत्र के भौती के पास कारोबारी को DCP वेस्ट कार्यालय में तैनात दरोगा यतीश कुमार, हेड कॉन्स्टेबल अब्दुल राफे और सचेंडी थाने में तैनात दरोगा रोहित सिंह ने रोक लिया। इसके बाद कारोबारी को जुआ में रुपए जीतने की धमकी देते हुए रुपए लूट लिए।
विरोध करने पर जमकर पीटा और कहा कि ज्यादा किया तो सीधे जेल भेज देंगे। इसके बाद व्यापारी वहां से अपनी जान बचाकर भागा और सचेंडी थाने पहुंचकर मामले की शिकायत दर्ज कराई। थाना प्रभारी प्रद्युम्न सिंह ने मामले की जांच कराई तो आरोप सही पाए गए।
इसके बाद तीनों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करके अरेस्ट कर लिया गया और तीनों को जेल भेज दिया गया। पुलिस कमिश्नर ने तीनों को तत्काल सस्पेंड किया। इसके बाद तीनों को बर्खास्त कर दिया गया।
केस-2: ट्रेन में विदेशी युवती को खींचकर अश्लीलता
कानपुर में आनंद विहार-अगरतला तेजस एक्सप्रेस के फर्स्ट एसी कोच एच-1 में अपने मंगेतर के साथ पटना जा रही स्विट्जरलैंड की महिला के साथ ट्रेन एस्कॉर्ट के सिपाही जितेंद्र सिंह ने छेड़खानी की। टॉयलेट से निकलने के बाद उसके साथ बदतमीजी करते हुए सेल्फी भी ली। महिला के मंगेतर ने इसकी शिकायत कंट्रोल रूम को दी।
सेंट्रल स्टेशन पर पहुंचते ही आरोपी सिपाही को जीआरपी ने हिरासत में लिया। महिला की तहरीर पर कॉन्स्टेबल जितेंद्र के खिलाफ धारा-354 और 354 ए व बी की धारा में रिपोर्ट दर्ज करके जेल भेज दिया गया। उसके खिलाफ बर्खास्तगी की कार्रवाई की गई है। विदेशी युवती मंगेतर के साथ पटना जा रही थी। तेजस एक्सप्रेस के एच-वन कूपे में स्विटजरलैंड की युवती अपने भारतीय मूल के मंगेतर के साथ पटना जा रही थी।
केस-3: दो कांस्टेबलों ने महिला को बदनीयती से घर में घुसकर दबोचा
नौबस्ता थाना क्षेत्र के हंसपुरम में 5 जनवरी 2023 को PRV में तैनात हेड कॉन्स्टेबल हरिओम और सुशांत एक महिला के घर में जबरन घुस गए। महिला ने बताया कि PRV 0393 में तैनात दोनों कॉन्स्टेबल पति का नाम लेते हुए उसके घर में दाखिल हुए और बदनीयती से दबोच लिया।
महिला चीखते हुए बाहर निकली तो भीड़ जुट गई। पुलिसकर्मी वहां से भागे लेकिन महिला ने दौड़ाकर दोनों को PRV की गाड़ी समेत दबोच लिया। इसके बाद दोनों के खिलाफ छेड़खानी की रिपोर्ट दर्ज कराई। मेडिकल में दोनों कॉन्स्टेबलों में शराब पीने की पुष्टि हुई। कानपुर पुलिस कमिश्नर बीपी जोगदंड ने दोनों को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया।
केस-4: व्यापारी का अपहरण कर फिरौती मांगी
फीलखाना थाने के कॉन्स्टेबल मुकेश कुमार और कोतवाली थाने में हेड कॉन्स्टेबल अमित कुमार ने 23 दिसंबर 2023 को गोविंद नगर की जेपी कॉलोनी में रहने वाले दुकानदार रघुवीर चंद्र को अगवा कर लिया। दोनों पुलिस वालों ने खुद STF का अफसर बनकर परिजनों से फोन कर फिरौती मांगी। कहा कि वो दुकान में मादक पदार्थ बेचते हैं। 50 हजार मिलने पर ही छोड़ा जाएगा। परिजनों ने गोविंद नगर थाने में सारी बात बताई।
पुलिस ने अपहरण और फिरौती की FIR दर्ज कर मामले की जांच शुरू की तो बात सही निकली। इसके बाद पुलिस ने कॉन्स्टेबल मुकेश और उसके साथी शालू को अरेस्ट कर जेल भेज दिया। दूसरा कॉन्स्टेबल अमित कुमार और उसका एक गुर्गा मोनू बॉक्सर अभी तक फरार चल रहे हैं।
गोविंद नगर पुलिस दोनों आरोपियों की तलाश में जुटी है। फिलहाल, पुलिस कमिश्नर ने दोनों पुलिस वालों को बर्खास्त कर दिया। यही पुलिस वाले शातिर महिला के साथ मिलकर लोगों को हनीट्रैप में फंसाकर वसूली का भी सिंडिकेट चला रहे थे।
केस-5: साइबर ठगी का गैंग चला रहे कॉन्स्टेबल
करीब छह महीने पहले महाराजपुर निवासी ATM हैकर रितेश यादव के साथ महाराजपुर थाने में तैनात कॉन्स्टेबल विनय यादव की फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हुई थी। मामले में विभागीय जांच बैठा दी गई। जांच में साइबर ठग और कॉन्स्टेबल विनय का कनेक्शन सामने आया।
जांच में सभी आरोप सही पाए गए। इसके बाद DCP साउथ सलमान ताज पाटिल ने दो दिन पूर्व कॉन्स्टेबल के खिलाफ विभागीय रिपोर्ट भेजते हुए कॉन्स्टेबल के बर्खास्तगी की संस्तुति की है। इसी तरह क्राइम ब्रांच में तैनात रहे कॉन्स्टेबल अमित चौधरी का भी साइबर ठगों से कनेक्शन सामने आया।
साइबर ठगी करने के साथ ही साइबर ठगी के गैंग को संरक्षण दे रहा है। पुलिस ने जांच की तो सामने आया कि लंबे समय तक वह क्राइम ब्रांच में भी तैनात था। अमित 19 नवंबर 2021 से ड्यूटी से गैरहाजिर है।
अप्रैल 2022 में खुलासा हुआ कि निलंबित कॉन्स्टेबल ने कुछ ही महीनों में डेढ़ दर्जन से अधिक राज्यों की यात्रा हवाई जहाज से की है। अपनी यात्रा में वह केरल, असोम और कर्नाटक समेत कई राज्यों में गया। कुछ राज्यों में तो वह सुबह गया और शाम को ही लौट आया।