रायपुर के न्यू राजेंद्र नगर के रहने वाले जसराज सिंह ने छत्तीसगढ़ का नाम रोशन किया है। लोग इसे गॉड गिफ्टेड बच्चा मानने लगे है। क्योंकि इसने महज 9 साल की उम्र में ही 2 वर्ल्ड रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया और इसके अलावा एक एशिया वर्ल्ड रिकॉर्ड भी दर्ज किया है।
जसराज मैथ्स के 2 डिजिट के जोड़-गुणा के 100 सवालों को 1.11 सेकंड में सॉल्व कर लेता है। 3 डिजिट के 100 सवालों को हल करने में उसे केवल 2 मिनट ही लगते हैं। इस उपलब्धि ने जसराज का नाम विश्व रिकॉर्ड में नाम दर्ज करवा दिया है। बच्चें के परिवार वाले और इसके स्कूल के लोग इस पर गर्व कर रहे हैं। इसने वर्ल्ड लेवल के साथ-साथ छत्तीसगढ़ स्तर में भी कई मेडल हासिल किए हैं।
सवाल के तुरंत बाद आंसर दे देता है
मैथ्स के सवाल पूछते ही वह हवा में उंगलियों का मूवमेंट कर चंद सेकंड में ही वो जवाब दे देता है। जसराज ने यूसीमैस अबेकस में 4 सालों से लगातार अंकों का ज्ञान हासिल कर रहा है। उसके पिता तरसेम सिंह ने बताया कि वह पूरे भारत में सबसे तेज और कम समय में 100 डिवीजन में 3 डिजिट को 1 डिजिट से भाग देने वाला पहला छात्र है। साथ ही 2 डिजिट को किसी भी एक डिजिट से गुणा करने में भी वह सबसे तेज और माहिर है। जशराज का वर्ल्ड वाइड बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में इन्हीं 2 आधारों पर दर्ज हुआ है। एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड में उसने 2 अंकों के 100 सवालों को जोड़ने में केवल 1.11 सेकंड लिए।
जसराज जीडी गोयनका स्कूल में पढ़ाई करता है। वो चौथी का स्टूडेंट है। स्कूल में भी अपने क्लास का टॉपर है और उसके सभी विषयों में कमांड अच्छी है। वह बचपन से ही मेधावी छात्र रहा है। पिता तरसेम सिंह और मां ने उसका हमेशा सपोर्ट किया। माता जसप्रीत ने बताया की वर्ल्ड रिकॉर्ड के प्रोसेस के बारे में उन्हें ज्यादा जानकारी नहीं थी। लेकिन उन्हें पता था कि बच्चा टैलेंटेड है।
पेरेंट्स के मुताबिक उन्होंने 1 साल तक ऑनलाइन वर्ल्ड रिकॉर्ड एजेंसियों के बारे में रिकॉर्ड दर्ज करने के प्रोसेस का पता किया। उनसे संपर्क किया। तब जाकर वर्ल्ड वाइड बुक में रिकॉर्ड दर्ज करने वाली एजेंसी ने अपना एक जज नियुक्त कर भेजा। जिसने लाइव कैमरे के सामने बच्चे को कॉपी पेंसिल में सवाल हल करवाया। जैसे ही बच्चे ने 100 सवाल 2 मिनट में हल किए वैसे ही ये बड़ी उपलब्धि उसके नाम लिख दी गई।
नाना के जैसे बनने का सपना
जसराज के नाना देवेंदर सिंह ढिल्लन एक समाजसेवी हैं। जसराज भी चाहता है कि वह अभी अपने नाना की तरह समाज की सेवा करने वाला बने। बच्चे से जब पूछा गया कि वह दूसरे बच्चों को किस तरह के टिप्स देना चाहता है तो उसने कहा सभी को पढ़ते समय ध्यान लगाना जरूरी है।
जसरात के मुताबिक अगर हमारा दिमाग कहीं और रहेगा तो हम उस सवाल में फोकस नहीं कर पाएंगे। बच्चा गुरुद्वारा भी जाता है और उसे कीर्तन शबद(अमृतवाणी) सुनना बहुत पसंद है। जसराज ने रतन टाटा के ऊपर स्पीच भी दी है जो उसके यूट्यूब चैनल में उपलब्ध है।