अडाणी ग्रुप पर हिंडनबर्ग की रिपोर्ट को लेकर संसद से बाजार तक हलचल मची हुई है। विपक्ष अडाणी ग्रुप पर लग रहे आरोपों की जांच की मांग पर अड़ गया है। संसद में शुक्रवार को भी हंगामा होने के आसार हैं। विपक्षी पार्टियों ने एक दिन पहले भी लोकसभा और राज्यसभा की कार्यवाही चलने नहीं दी थी।
इस बीच अडाणी एंटरप्राइजेज के शेयरों में आज सुबह 35% की गिरावट दर्ज की गई। एक शेयर की कीमत 1000 रुपए के करीब पहुंच गई है। रिपोर्ट आने से पहले शेयर का भाव 3500 रुपए के करीब था। इस तरह कंपनी का शेयर 9 दिन में 70% गिरा गया है। अमेरिका के स्टॉक एक्सचेंज डाउ जोंस ने भी अडाणी एंटरप्राइजेज को सस्टेनबिलिटी इंडेक्स से बाहर कर दिया है।
बांग्लादेश सरकार ने अडाणी ग्रुप के साथ एनर्जी सेक्टर में डील में संशोधन की मांग की है। बांग्लादेश सरकार का कहना है कि बिजली की कीमतें ज्यादा हैं, इन्हें कम किया जाना चाहिए। उधर, कांग्रेस ने 6 फरवरी को देशव्यापी प्रदर्शन करने का ऐलान किया है।
इस मामले में आज के बड़े अपडेट
- कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने संसद परिसर में इस मामले को लेकर विपक्षी पार्टियों की मीटिंग बुलाई। इसमें कांग्रेस, TMC, आम आदमी पार्टी (AAP), सपा, DMK, जनता दल और लेफ्ट समेत 13 पार्टियां शामिल हो सकती हैं।
- कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने कहा कि पार्टी कार्यकर्ता 6 फरवरी को देशभर के जिलों में स्थित LIC और SBI कार्यालयों के सामने विरोध-प्रदर्शन करेंगे। विपक्षी नेताओं का कहना है कि शेयर बाजार का यह अमृतकाल का सबसे बड़ा महाघोटाला है।
बांग्लादेश-अडानी के बीच 2017 में हुई थी डील
बांग्लादेश ने अडाणी पावर लिमिटेड के साथ 2017 के बिजली खरीद पर समझौता किया था। बांग्लादेश पावर डेवलपमेंट बोर्ड ने गुरुवार को अडाणी पावर को चिट्ठी लिखी है। इसमें बिजली खरदी की कीमतों में बदलाव करने की मांग की है। BPDC का कहना है कि उसे महंगी दर पर बिजली मिल रही है। BPDC ने नवंबर 2017 में 25 साल के लिए 1496 मेगावाट बिजली की आपूर्ति के लिए अडाणी पावर से डील की थी।
अडाणी के 3 शेयरों पर NSE ने बढ़ाई निगरानी
NSE ने अडाणी ग्रुप के तीन शेयरों को शॉर्ट टर्म के लिए एडिशनल सर्विलांस मेजर्स (ASM) लिस्ट में शामिल कर लिया है। इनमें अडानी पोर्ट, अडानी एंटरप्राइसेज, और अबुंजा सीमेंट शामिल है। ASM निगरानी का एक तरीका है, जिसके जरिए मार्केट के रेगुलेटर सेबी और मार्केट एक्सचेंज BSE, NSE इस पर नजर रखते हैं। इसका लक्ष्य निवेशकों के हितों की रक्षा करना होता है। किसी शेयर में उतार-चढ़ाव होने पर उसे NSE में डाला जाता है।
फोर्ब्स की लिस्ट में 17वें स्थान पर खिसके अडाणी
हिंडनबर्ग की रिपोर्ट आने के बाद अडाणी ग्रुप का मार्केट कैप 8.38 लाख करोड़ गिरा है। वहीं, गुरुवार को फोर्ब्स रियल टाइम लिस्ट में अडाणी 17वें स्थान पर आ गए। 27 फरवरी के पहले अडाणी दुनिया के तीसरे सबसे अमीर व्यक्ति थे और एशिया में पहले नंबर पर थे।
9 दिन में अब तक क्या हुआ, बड़ी बातें
- 24 जनवरी: हिंडनबर्ग ने 106 पेज की रिपोर्ट जारी कर अडाणी ग्रुप पर शेयर बाजार में धोखाधड़ी और मनी लॉन्ड्रिंग जैसे बड़े आरोप लगाए।
- 27 जनवरी: अडाणी एंटरप्राइजेज 20000 करोड़ का FPO लाया। पहले दिन सिर्फ 1% सब्सक्रिप्शन मिला। इस ऑफर का प्राइस बैंड 3112 से 3276 रुपए प्रति शेयर रखा गया था।
- 29 जनवरी: अडाणी एंटरप्राइजेज का FPO फुल सब्सक्राइब हो गया। इसी दिन अडाणी ग्रुप ने हिंडनबर्ग की रिपोर्ट को गलत बताया। कहा- यह भारत पर साजिश के तहत हमला है। ग्रुप ने 413 पन्नों में इसका जवाब दिया।
- 1 फरवरी: अडाणी ग्रुप ने 20 हजार करोड़ रुपए के फुली सबस्क्राइब्ड FPO को रद्द कर इन्वेस्टर्स का पैसा लौटाने की बात कही।
- 2 फरवरी: गौतम अडाणी ने FPO रद्द करने के बाद एक वीडियो मैसेज दिया। इसमें उन्होंने कहा, ‘मेरे लिए निवेशकों का हित सर्वोपरि है।’ इसी दिन संसद पर विपक्ष ने जमकर हंगामा किया RBI ने देश की सभी बैंकों से अडाणी ग्रुप को दिए कर्ज और निवेश का ब्योरा मांगा है। NSE ने अडाणी ग्रुप के तीन शेयरों को शॉर्ट टर्म के लिए एडिशनल सर्विलांस मेजर्स (ASM) लिस्ट में शामिल किया।