जिला महिला अस्पताल में अवैध वसूली व अस्पताल की अव्यवस्था के मामले में मुख्य चिकित्साधीक्षक, 3 डॉक्टर व एक स्टाफ नर्स समेत नौ स्वास्थ्य कर्मी कार्रवाई के दायरे में आ गए हैं। डिप्टी सीएम बृजेश पाठक ने 2 डॉक्टरों समेत छह स्वास्थ्य कर्मियों को बर्खास्त करने का आदेश प्रमुख सचिव स्वास्थ्य को दिया है। डिप्टी सीएम ने इस कार्रवाई की जानकारी अपने आधिकारिक ट्वीटर हैंडल पर ट्वीट करके दी है।
महिला अस्पताल पिछले कुछ महीनों से अवैध वसूली के मामलों को लेकर लगातार सुर्खियों में रहा है। अस्पताल में प्रसव के लिए आने वाली महिलाओं के तीमारतारों से कभी ऑपरेशन तो कभी बेहतर इलाज की सुविधा मुहैया कराने के नाम पर मोटी रकम वसूलना आम है। मरीजों में भी यह आम धारणा बन चुकी है कि बिना सुविधा शुल्क दिये सरकारी अस्पताल में इलाज मुमकिन नहीं है। मरीजों से अवैध धन उगाही की शिकायतें लगातार शासन तक पहुंच रही थी। इन शिकायतों का संज्ञान लेते हुए प्रदेश के डिप्टी सीएम व स्वास्थ्य मंत्री ब्रजेश पाठक ने जब इसकी गोपनीय तरीके से पड़ताल कराई तो शिकायतें सही पाई गईं। शिकायतों की सत्यता की पुष्टि होने पर डिप्टी सीएम ने सख्त रुख अपनाते हुए मंगलवार को बड़ी कार्रवाई कर दी।
प्रमुख सचिव को कार्रवाई के आदेश
डिप्टी सीएम ने महिला अस्पताल के दो डॉक्टरों समेत छह स्वास्थ्य कर्मियों को सेवा से बर्खास्त करने का आदेश प्रमुख सचिव स्वास्थ्य को दिया है। इसके साथ ही महिला अस्पताल की मुख्य चिकित्सा अधीक्षिका डॉ. सुषमा सिंह समेत एक डॉक्टर व स्टाफ नर्स के खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई करने के आदेश भी प्रमुख सचिव को दिए गए हैं।