धार्मिक स्वतंत्रता के मामले में भारत की स्थिति दुनिया के अन्य देशों से अच्छी है। अमेरिकी विदेश विभाग ने ऐलान किया है कि धार्मिक स्वतंत्रता के मामले में भारत को लेकर चिंता करने की जरूरत नहीं है। अमेरिका का यह बयान उस समय आया है, जबकि पिछले सप्ताह ही पाकिस्तान को धार्मिक स्वतंत्रता के उल्लंघन के लिए विशेष चिंता वाले देशों में शामिल किया गया है।
हाल ही में अमेरिका ने चीन, पाकिस्तान और म्यांमार सहित 12 देशों को धार्मिक स्वतंत्रता की वर्तमान स्थिति के लिए विशेष चिंता वाले देशों की सूची में शामिल किया है। अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकेन ने इसकी घोषणा करते हुए कहा था कि दुनिया भर में सरकारें और गैर-सरकारी तत्व लोगों को उनकी धार्मिक मान्यताओं के आधार पर परेशान करते हैं। उन्हें डराया जाता है और जेल में डाला जाता है। अंतरराष्ट्रीय धार्मिक स्वतंत्रता पर अमेरिका की वार्षिक रिपोर्ट में ऐसी चिंताओं पर ध्यान दिया गया है।
अमेरिकी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता नेड प्राइस ने कहा कि हम सभी देशों में धार्मिक स्वतंत्रता की स्थिति की सावधानीपूर्वक निगरानी कर रहे हैं और इसमें भारत भी शामिल है। उन्होंने कहा कि भारत को धार्मिक स्वतंत्रता के उल्लंघन के लिए अमेरिका की विशेष निगरानी सूची में रखने की आवश्यकता नहीं है। भारत की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि दुनिया में सबसे बड़ा लोकतंत्र भारत, विभिन्न मान्यताओं की विविधता वाला देश है। भारत निश्चित रूप से दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र है। यह अलग-अलग विश्वासों व मान्यताओं की एक महान विविधता का घर है।