जिले की पुलिस को भुसारास-जियाकोडता के जंगल में तीन दिन पहले लावारिस हालात में एक नक्सली का शव मय हथियार बरामद हुआ था। आठ लाख के इनामी नक्सली मड़कम देवा की मौत कैसे हुई इस बात के कयास लगाए जा रहे थे।
इसी बीच नक्सली कंमाडर मड़कम देवा के मौत के संबंध में नक्सलियों के दरभा डिवीजन के सचिव सांईनाथ ने शुक्रवार को प्रेस नोट जारी कर बताया कि नक्सली कमांडर मड़कम देवा की मौत जंगल में शिकार के लिए ग्रामीणों द्वारा लगाए गए करंट से होने की बात स्वीकारी है। नक्सलियों ने प्रेस नोट में लिखा है कि मड़कम देवा 2017 से नक्सल संगठन से जुड़ा था, जो सुकमा जिले के छिंदगढ़ ब्लाॅक के कुन्ना गांव का निवासी था। देवा संगठन के काम के लिए जाते समय करंट की चपेट में आ गया था।
उल्लेखनीय है कि धान की फसल के समय नक्सली जंगली सुअर के शिकार के लिए जंगलों में करंट लगा कर इनका शिकार करते हैं। कई बार इस करंट की चपेट में आकर ग्रामीणों की भी मौत हो चुकी है। महीने भर पहले दंतेवाड़ा के किरन्दुल थाना क्षेत्र के मादाड़ी गांव का ग्रामीण भी ऐसे ही करंट के जाल में फंस गया था जिससे उसकी मौत हो गई थी।