यूपी सरकार ने दुष्कर्म की घटनाओं पर लगाम लगाने के लिए सख्त निर्देश दिए हैं। इसके बावजूद स्वास्थ्य विभाग दुष्कर्म पीड़ित महिलाओं के उपचार को लेकर संवेदनहीन बना हुआ है। ऐसा ही एक मामला सोमवार की शाम सोनभद्र के जिला अस्पताल में देखने को मिला। ओबरा थाना क्षेत्र से आठ वर्षीय दुष्कर्म पीड़ित बालिका को तीन घंटे तक मेडिकल मुआयना कराने के लिए इंतजार करना पड़ा। एसपी और सीएमओ के पहुंचने के बाद पीड़िता का मेडिकल मुआयना और उपचार हुआ। सीएमओ बोले पूरे प्रकरण की रिपोर्ट डीएम को भेजी जाएगी।
बता दें कि सोमवार की शाम करीब सात बजे ओबरा पुलिस मासूम को लेकर जिला अस्पताल पहुंची तो जिला अस्पताल में महिला डॉक्टर के मौजूद न होने के चलते उन्हें घंटों इंतजार करना पड़ा। जब पुलिसकर्मियों ने ओबरा थानाध्यक्ष को जानकारी दी तो वह अस्पताल पहुंच गए। थाना प्रभारी ने मामले से उच्चाधिकारियों को अवगत कराया। एसपी डॉ. यशवीर सिंह भी जिला अस्पताल पहुंच गए। एसपी ने पूरे मामले से सीएमओ को अवगत कराया।
सीएमओ डॉ. आरएस ठाकुर.एसपी के फोन करने पर हाफ-पैंट टीशर्ट में जिला अस्पताल पहुंचे। सीएमओ ने सीएमएस से बातचीत कर महिला डॉक्टर को बुलाकर मेडिकल कराया। लेकिन करीब 3 घंटे से अधिक समय तक पीड़िता को इंतजार करना पड़ा। सीएमओ ने कहा कि जिस महिला डॉक्टर की ड्यूटी थी वह अपने घर पर थी। रात करीब दस बजे पीड़िता का मेडिकल मुआयना हुआ।
कहा कि पीड़िता का मेडिकल मना करने में बरती गई लापरवाही के संबंध में रिपोर्ट डीएम को भेजी जाएगी। उधर सीएमएस के कुमार का कहना है कि समय से ड्यूटी पर न पहुंचने वाली डॉक्टर को नोटिस जारी कर स्पष्टिकरण मांगा जा रहा है।
कहा कि पीड़िता का मेडिकल मना करने में बरती गई लापरवाही के संबंध में रिपोर्ट डीएम को भेजी जाएगी। उधर सीएमएस के कुमार का कहना है कि समय से ड्यूटी पर न पहुंचने वाली डॉक्टर को नोटिस जारी कर स्पष्टिकरण मांगा जा रहा है।