आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता संजय सिंह ने मंगलवार को कहा कि सीबीआई को मनीष सिसोदिया के घर से कुछ नहीं मिला तो प्रधानमंत्री मोदी ने अब ईडी को पीछे लगाया है। प्रधानमंत्री ने ईडी को कहा है कि देश भर में छापेमारी करो और कहीं से कुछ भी मिले उसे मनीष सिसोदिया से जोड़ो।
सिंह ने कहा कि मध्य प्रदेश (एमपी) में 110 करोड़ के राशन घोटाले और गुजरात में हर साल 10 हजार करोड़ के अवैध शराब घोटाले की ईडी-सीबीआई जांच नहीं हुई ? उन्होंने कहा कि गुजरात में अरविंद केजरीवाल की लोकप्रियता बढ़ रही है। इसकी वजह से केंद्र की भाजपा सरकार साजिशन झूठी जांच कराने के खेल में लग गई हैं। इनका मकसद केवल छापेमारी कर दिल्ली मॉडल को बदनाम करना और शिक्षा-स्वास्थ्य के काम को रोकना है।
उन्होंने कहा कि पूरा देश देख रहा है कि प्रधानमंत्री की जांच एजेंसियां दुर्भावनापूर्वक एक के बाद एक कार्रवाई कर रही हैं। मनीष सिसोदिया पर आरोप लगाने के बाद भी जब कुछ नहीं निकला तो आज नया ड्रामा शुरू कर दिया। इसका एक ही उद्देश्य है कि किसी के पास भी कुछ भी निकले, उसे मनीष सिसोदिया से जोड़ दीजिए।
उन्होंने कहा कि यही ड्रामा शाम को किया जाएगा। क्योंकि इनके पास कोई दूसरा काम नहीं है। इसलिए इस छापेमारी के पीछे मनीष सिसोदिया और अरविंद केजरीवाल को तंग करने और उनके मॉडल को बदनाम करने का मकसद है। सिसोदिया के घर पर पहले भी कुछ नहीं मिला और आगे भी कुछ नहीं मिलेगा।
संजय ने कहा कि भले एक हजार जांच करा लो और भाजपाइयों कितनी भी ताकत लगा लो, लेकिन बौखलाहट करके काम मत करो। इस बौखलाहट से और दबाव की राजनीति से सीबीआई के जितेंद्र कुमार जैसे लोगों को अपनी जान देनी पड़ती है। इसके लिए शर्म आनी चाहिए। एक अधिकारी दबाव की राजनीति को जब झेल नहीं पाता है तो जान दे देता है देश की चिंता कीजिए कि कैसे देश आगे बढ़ेगा।