आर्थिक संकट और बाढ़ की विभीषिका से जूझ रहे पड़ोसी देश पाकिस्तान को अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) ने 1.17 बिलियन डॉलर (9300 करोड़ से अधिक) का कर्ज देकर बड़ी राहत दी है। यह जानकारी पाकिस्तान के वित्त मंत्री मिफ्ता इस्माइल ने ट्वीट कर दी।
पाकिस्तान के कर्ज विस्तारित फंड सुविधा (ईएफएफ) के पुनरुद्धार को आईएमएफ ने मंजूरी दी है। इसके साथ ही पाकिस्तान को 1.17 बिलियन अमेरिकी डॉलर (9300 करोड़ से अधिक) की 7वीं और 8वीं किस्त जारी हो जाएगी। इस्माइल ने कहा है कि आईएमएफ बोर्ड ने हमारे ईएफएफ कार्यक्रम के पुनरुद्धार को मंजूरी दे दी है। इससे पहले अप्रैल 2020 में आईएमएफ बोर्ड ने पाकिस्तान को 1.386 बिलियन अमेरिकी डॉलर की मंजूरी दी थी। लेकिन अभी तक राशि नहीं मिल पाई है। वित्त मंत्री ने देश को बधाई दी और प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ को ‘कठोर निर्णय लेने’ और ‘पाकिस्तान को डिफाल्ट से बचाने’ के लिए धन्यवाद दिया।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार आईएमएफ पाकिस्तान को लगभग 1.2 बिलियन अमरीकी डॉलर का जारी करेगा और चालू वित्त वर्ष के शेष भाग में 4 बिलियन अमरीकी डॉलर तक प्रदान कर सकता है, जो 1 जुलाई से शुरू हुआ था। हालांकि, वैश्विक ऋणदाता द्वारा एक आधिकारिक बयान जारी किया जाना बाकी है।
रिपोर्टों के अनुसार पाकिस्तान अब तक चीन, सऊदी अरब, कतर और यूएई से ऋण, वित्तपोषण, अस्थगित तेल भुगतान और 12 बिलियन अमरीकी डॉलर के करीब निवेश प्रतिबद्धताओं को सुरक्षित करने में कामयाब रहा है। इससे नकदी की कमी वाले देश को अभी के लिए डिफाल्ट से बचने में मदद मिलेगी। यूनाइटेड स्टेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ पीस में दक्षिण एशिया कार्यक्रमों के निदेशक तमन्ना सालिकुद्दीन के अनुसार कई मतभेदों के बावजूद अमेरिका अभी भी आईएमएफ के माध्यम से ऋण का समर्थन कर रहा है।