रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने आज भारतीय वायुसेना के एक प्रमुख रडार स्टेशन का दौरा किया, जहां उन्होंने एकीकृत एयर कमान और नियंत्रण प्रणाली (आईएसीसीएस) की कार्यपद्धति की जानकारी ली। यह प्रणाली नेटवर्क केंद्रीयता की दिशा में भारतीय वायुसेना के मार्च की रीढ है और संचालन की एक प्रमुख प्रवर्तक है। इस प्रणाली की क्षमताएं अपने उपयोगकर्ताओं को एक बढ़ी हुई स्थितिजन्य जागरूकता प्रदान करती हैं जो भारतीय वायु सेना के सेंसर-टू-शूटर लूप को कम करती है। इस मजबूत प्रणाली के कामकाज में विशेषताएं निर्मित हैं जो देश में इसके सहज संचालन को सक्षम बनाती है।
अपनी यात्रा के दौरान श्री राजनाथ सिंह के सामने देश के विभिन्न स्थानों पर आयोजित कई नेटवर्क संचालनों का प्रदर्शन किया गया जिसमें लड़ाकू, परिवहन और रिमोटली पाईलेटिट विमानों के नेटवर्क और समग्र संचालन शामिल थे। उन्हें शांतिकालीन कमान और नियंत्रण कार्यों के बारे में गहराई से जानकारी दी गई। जिनमें दिन प्रतिदिन आधार के साथ-साथ बड़े आयोजनों के दौरान पर महत्वपूर्ण क्षेत्रों की वायु सुरक्षा सुनिश्चित करना शामिल है। अपने संबोधन में, श्री राजनाथ सिंह ने सालभर देश को सुरक्षित रखने के लिए वायु सेना के वीरों की सराहना की।