भारतीय जनता पार्टी ने छत्तीसगढ़ में बड़ा बदलाव किया है। वर्तमान प्रदेश अध्यक्ष विष्णु देव साय के स्थान पर अब बिलासपुर लोकसभा सांसद अरुण साव को प्रदेश अध्यक्ष की कमान सौंपी गई है। राष्ट्रीय महासचिव व मुख्यालय प्रभारी अरुण सिंह ने मंगलवार 9 अगस्त को नियुक्ति पत्र जारी किया है। यह नियुक्ति तत्काल प्रभाव से लागू होगी।
जीवन परिचय : अरुण साव का जन्म 25 नवंबर 1968 को मुंगेली के लोहड़िया गांव में हुआ। उन्होंने बीकाम एसएनजी कालेज मुंगेली से और एलएलबी बिलासपुर से किया। 80 के दशक में मुंगेली के मंडल अध्यक्ष तथा 1977 से 2000 तक जरहागांव विधानसभा क्षेत्र के चुनाव संचालक रहे। 1990 से 95 तक अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की मुंगेली तहसील इकाई के अध्यक्ष, जिला संयोजक से प्रांतीय सह मंत्री और राष्ट्रीय कार्य समिति सदस्य बने।
मुंगेली कॉलेज में कक्षा प्रतिनिधि, सामाजिक संगठनों में साहू समाज युवा प्रकोष्ठ मुंगेली के तहसील सचिव, जिला अध्यक्ष फिर छत्तीसगढ़ प्रदेश साहू समाज के सह संयोजक बने। भाजपा की राजनीति में पूर्व मंत्री अमर अग्रवाल के साथ युवा मोर्चा से शुरुआत की। 1996 से 2005 तक भारतीय जनता युवा मोर्चा में विभिन्न पदों पर रहे। 1998 में दशरंगपुर से जनपद पंचायत के सदस्य के पद के लिए भाजपा प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ा। 1996 से मुंगेली, 2001 में उच्च न्यायालय बिलासपुर में वकालत की।
वह 2004 में छत्तीसगढ़ शासन के पैनल लॉयर, 2005 से 2007 तक उप शासकीय अधिवक्ता, 2008 से 2013 तक शासकीय अधिवक्ता और 2013 से 2018 तक उप महाधिवक्ता छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट के पद पर कार्यरत रहे। अब वे सांसद हैं और पार्टी ने उन्हें प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपी है। इस बदलाव को 2023 के चुनाव की तैयारी से भी देखा जा रहा है। राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ पृष्ठभूमि से आने वाले साव शांत और सौम्य नेता के रूप में पहचान रखते हैं। वह पिछले लोकसभा चुनाव में पहली बार बिलासपुर सीट से जीते हैं।
आशा खबर /रेशमा सिंह पटेल