राष्ट्रपति राम नाथ कोविन्द शनिवार को जमैका और सेंट विंसेंट एंड ग्रेनेडाइन्स (एसवीजी) के एक सप्ताह के दौरे पर रवाना हो गये। यह किसी भारतीय राष्ट्राध्यक्ष की दोनों देशों की पहली राजकीय यात्रा है।
विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि राष्ट्रपति 15 से 18 मई तक जमैका में रहेंगे। यात्रा के दौरान वह अपने समकक्ष जमैका के गवर्नर जनरल पैट्रिक एलन के साथ प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता करेंगे। वह प्रधानमंत्री एंड्रयू होल्नेस और अन्य गणमान्य व्यक्तियों से भी मुलाकात करेंगे।
वह जमैका की संसद के दोनों सदनों की संयुक्त बैठक को संबोधित करेंगे। जमैका और भारत के बीच मैत्रीपूर्ण संबंध हैं। जमैका भी गिरमिटिया देशों में से एक है। यहां 70 हजार भारतीय प्रवासी बसते हैं। इस वर्ष भारत और जमैका के बीच राजनयिक संबंधों की स्थापना की 60वीं वर्षगांठ है। भारत और जमैका क्रमशः अपनी स्वतंत्रता की 75वीं और 60वीं वर्षगांठ मना रहे हैं।
राष्ट्रपति 18-21 मई तक सेंट विंसेंट एंड ग्रेनेडाइन्स (एसवीजी) की राजकीय यात्रा भी करेंगे। यात्रा के दौरान वह अपने समकक्ष गवर्नर जनरल सुसान डौगन से बातचीत करेंगे। वह प्रधानमंत्री डॉ. राल्फ ई. गोंसाल्वेस के साथ-साथ अन्य गणमान्य व्यक्ति से मुलाकात करेंगे। राष्ट्रपति वहां विधान सदन को भी संबोधित करेंगे।
भारत और एसवीजी दोनों 2021 में यूएनएससी के अस्थायी सदस्य थे और इस अवधि के दौरान दोनों के बीच अच्छा सहयोग रहा। जमैका और एसवीजी कैरेबियन समुदाय (कैरिकॉम) के सक्रिय सदस्य हैं। इन देशों की पहली राष्ट्राध्यक्ष यात्रा कैरेबियन क्षेत्र के देशों के साथ भारत के उच्च-स्तरीय मेल-मिलाप की निरंतरता दर्शता है। भारत छोटे विकासशील द्वीपीय देशों के साथ काम करने की अपनी प्रतिबद्धता दोहरता रहा है।