राजस्थान के उदयपुर में दो मजहबी उन्मादी युवाओं ने दर्जी कन्हैया लाल की हत्या कर दी थी। इस पर भाजपा नेता कपिल मिश्रा ने कड़ा प्रतिकार किया है। उन्होंने इसे बहुसंख्यक समाज पर हमला बताया है।
कपिल मिश्रा ने ट्वीट किया कि उदयपुर में कन्हैया लाल जी की हत्या सीधे-सीधे देश के बहुसंख्यक समाज को डराने की कोशिश है और उनका बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा। इसके साथ ही उन्होंने पीड़ित परिवार की मदद के लिये एक करोड़ रुपये जमा करने का आह्वान किया है।
कपिल मिश्रा ने एक वीडियो संदेश जारी कर बताया कि कन्हैयालाल इस्लामिक आतंकवाद की भेंट चढ़ गया। एक गरीब ईमानदार और मेहनतकश व्यक्ति की धर्मांधता में हत्या कर दी गई है। आज उनके परिवार की जिम्मेदारी हम सभी को मिलकर उठाने की आवश्यकता है, क्योंकि धर्म के कारण ही उनको अपनी जान गंवानी पड़ी है। कन्हैया लाल की धर्म के कारण बलिदानी हुई है।
इसलिए हम सब ने निर्णय लिया है कि उनके बच्चे, पत्नी और पूरे परिवार की जिम्मेदारी हम सभी को उठानी चाहिए। 40 लाख रुपये जमा हो भी चुके हैं। जल्दी ही एक करोड़ रुपये जमा हो जाएंगे। इन रुपयों को लेकर वह खुद उदयपुर जाएंगे और कन्हैया लाल के परिवार को यह रकम सौंपेंगे।
कपिल मिश्रा ने इस घटना के प्रति अपना विरोध प्रकट करने के लिए जंतर-मंतर पर कैंडल मार्च निकालने की अनुमति दिल्ली पुलिस से मांगी थी, लेकिन दिल्ली पुलिस ने इसकी अनुमति नहीं दी। तब उन्होंने ट्वीट किया कि उनका उद्देश्य किसी तरह का धरना-प्रदर्शन कर सांप्रदायिक सद्भाव बिगाड़ने का नहीं है। वह केवल मृत आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करना चाहते हैं और उस परिवार के लिए एक करोड़ रुपये की आर्थिक मदद पहुंचाना चाहते हैं।