नेपालगंज से कैलाश मानसरोवर के दर्शन के लिए यह फ्लाइट शुरू होने की वजह से अब श्रद्धालुओं को काठमांडू जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी।
फरवरी के पहले हफ्ते में होगी अगली चार्टर्ड फ्लाइट
बता दें कि इस सर्विस को सिद्धार्थ बिजनेस ग्रुप ने शुरू किया है। कंपनी के क्षेत्रीय निदेशक केशव न्यूपाने ने यात्रा के बारे में जानकारी देते हुए बताया, ’38 भारतीय पर्यटकों के साथ श्री एयरलाइंस के इस चार्टर्ड विमान को यह यात्रा पूरी करने में लगभग डेढ़ घंटे का समय लगा।’ इस पहली उड़ान में दिल्ली, मुंबई, गुजरात और उत्तर प्रदेश सहित विभिन्न भारतीय राज्यों से कई पर्यटक सवार हुए थे। न्यूपेन ने कहा, ‘कैलाश पर्वत और मानसरोवर के लिए यह उड़ान सस्ती, तेज, विश्वसनीय और सुरक्षित है। अगली चार्टर्ड उड़ान फरवरी के पहले सप्ताह में होगी।’
अब श्रद्धालुओं को काठमांडू जाने की जरूरत नहीं
चीन ने भारतीय श्रद्धालुओं की कैलाश मानसरोवर यात्रा पर कोविड के चलते बैन लगाया हुआ था, लेकिन नेपाल की इस उड़ान सेवा ने नई उम्मीदें जगा दी हैं। कोविड महामारी के पहेल लगभग 12 हजार यात्री हर साल नेपाल के रास्ते कैलाश मानसरोवर जाया करते थे। नेपाल के रास्ते कैलाश मानसरोवर यात्रा पर जाने वाले तीर्थयात्रियों को पहले काठमांडू जाना पड़ता है, लेकिन अगर वे इस फ्लाइट को चुनते हैं तो उन्हें नेपाल की राजधानी जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ से नेपालगंज की दूरी मुश्किल से 200 किलोमीटर है और यहां सड़क मार्ग से भी पहुंचा जा सकता है।