रूसी राष्ट्रपति ने पीएम मोदी के नेतृत्व और मेक इन इंडिया की जमकर सराहना की। उन्होंने यह भी कहा कि भारत में सबसे बड़ा विदेशी निवेश रूस से आया है। हमारी कंपनी रोसेनेफ्ट द्वारा एक तेल रिफाइनरी, गैस स्टेशनों के नेटवर्क, एक बंदरगाह आदि के अधिग्रहण में 23 बिलियन अमेरिकी डॉलर का निवेश किया गया था। हम आगे भी निवेश करेंगे।
एएनआइ की रिपोर्ट के अनुसार राष्ट्रपति पुतिन गुरुवार को ‘रूसी छात्र दिवस’ के अवसर पर कलिनिनग्राद क्षेत्र में विश्वविद्यालय के छात्रों के साथ बातचीत कर रहे थे। उन्होंने बातचीत के दौरान कहा, “भारत दुनिया में आर्थिक विकास और वृद्धि की उच्चतम दरों में से एक है और यह मौजूदा प्रधान मंत्री मोदी के नेतृत्व गुणों के कारण भी है। यह उनके नेतृत्व का ही कमाल है कि भारत इस मजबूत स्थिति तक पहुंचा। उन्होंने आगे कहा, “रूस भारत और उसके नेतृत्व पर भरोसा कर सकता है क्योंकि उसे विश्वास है कि नई दिल्ली अंतरराष्ट्रीय मंच पर उनके खिलाफ ‘खेल’ नहीं खेलेगी।” “भारत एक स्वतंत्र विदेश नीति अपना रहा है, जो आज की दुनिया में आसान नहीं है।
भारत को स्वतंत्र विदेश नीति का अधिकार
पुतिन ने कहा कि दुनिया के किसी देश के लिए स्वतंत्र विदेश नीति कतई आसान नहीं है, लेकिन यह पीएम मोदी के नेतृत्व का कौशल है। उन्होंने कहा कि 1.5 अरब की आबादी वाले भारत को ऐसा करने का अधिकार भी है। प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारत अपने उस अधिकार को साकार कर रहा है। उन्होंने कहा कि यह है केवल बयान ही नहीं, संयुक्त कार्य के आयोजन के दृष्टिकोण से भी यह महत्वपूर्ण है। क्योंकि यह हमें मध्यम और दीर्घकालिक अवधि में अपने भागीदारों के कार्यों का पूर्वानुमान लगाने का अवसर देता है। ”राष्ट्रपति पुतिन ने, “व्यावहारिक कार्यों में यह महत्वपूर्ण है।
भारत है भरोसे वाला देश
पुतिन ने कहा कि क्या हम किसी और देश व उसके नेतृत्व पर सहयोग के लिए भरोसा कर सकते हैं या क्या वह ऐसे फैसले लेगा जो उसके राष्ट्रीय हित के अनुरूप भी नहीं हैं। उन्होंने कहा कि भारत के साथ ऐसा नहीं है, वह खेल नहीं करता।इसलिए उस पर भरोसा कर सकते हैं। रूसी राष्ट्रपति ने भारत की ‘मेक इन इंडिया’ पहल की भी सराहना की और कहा कि रूस देश में सबसे अधिक निवेशकों में से एक है और वह वहां बड़े निवेश करने की उम्मीद कर रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत ने विकास में बड़े कदम उठाए हैं। उनके ‘मेक इन इंडिया’ अभियान को रूस समेत कई लोगों ने सुना है और हम अपने भारतीय मित्रों के साथ मिलकर इन सभी योजनाओं को साकार करने का प्रयास कर रहे हैं।