इस्राइल-हमास संघर्ष के बीच, कांग्रेस कार्य समिति ने सोमवार को फलस्तीनी लोगों के भूमि, स्वशासन और सम्मान के साथ जीने के अधिकारों के लिए अपने समर्थन को दोहराया, साथ ही तत्काल युद्धविराम और सभी लंबित मुद्दों पर बातचीत का आह्वान किया।
इस्राइल-हमास युद्ध के बीच कांग्रेस फलस्तीन के पक्ष में उतर आई है। कांग्रेस कार्यसमिति (सीडब्ल्यूसी) ने सोमवार को प्रस्ताव पारित कर तत्काल युद्धविराम समेत सभी मुद्दों पर बातचीत का आह्वान किया है। प्रस्ताव में कहा गया है कि सीडब्ल्यूसी हमेशा की तरह भूमि, स्वशासन और गरिमा के साथ जीने के फलस्तीनियों के अधिकारों को अपना समर्थन दोहराती है।
एक दिन पहले ही कांग्रेस की तरफ से इस्राइल पर फलस्तीन समर्थक विद्रोही गुट हमास के हमले की आलोचना की गई थी। चार घंटे चली कार्यसमिति की बैठक के बाद पारित प्रस्ताव में कहा गया, समिति पश्चिम एशिया में छिड़े युद्ध पर अपनी निराशा और पीड़ा जाहिर करती है, जहां पिछले दो दिन में एक हजार से अधिक लोग मारे गए हैं। समिति ने कहा कि मौजूदा संघर्ष की वजह बने मुद्दों पर तत्काल वार्ता शुरू होनी चाहिए।
भाजपा ने बोला हमला
फलस्तीनियों का समर्थन करने और युद्धविराम के आह्वान करने को लेकर भाजपा ने कांग्रेस पर हमला बोला है और पार्टी पर आतंकवादी संगठनों का समर्थन करने का आरोप लगाया। केंद्रीय मंत्री प्रहलाद जोशी ने एक्स पर पोस्ट में पूछा कि कांग्रेस देश के नागरिकों की रक्षा कैसे करेगी, जब वह खुले तौर पर हिंसा के साथ खड़ी है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस फिर से आतंकी संगठनों और आतंकवाद का समर्थन कर रही है, जबकि इस्राइल में निर्दोष नागरिक गोलियों से अपनी जान गंवा रहे हैं।
गाजा पट्टी पर शासन करने वाले आतंकवादी समूह हमास ने बीते शनिवार को इस्राइल के दक्षिणी हिस्सों में एक साथ कई मोर्चों से अभूतपूर्व हमला किया। जिसमें 700 अधिक इस्राइली नगारिकों की मौत हो गई। हमास के हमले के जवाब में इस्राइली सेना लगतार गाजा पट्टी पर बमबारी कर रही है। इस्राइस ने कहा है कि उसने इस्राइल में आतंकवादी समूह की अभूतपूर्व घुसपैठ के जवाब में हमास लड़ाकों से चार साइटों पर नियंत्रण हासिल करने की कोशिश के लिए विशेष बल लाए हैं। अब तक इस युद्ध में दोनों पक्षों के 1,100 से अधिक लोग मारे गए और हजारों घायल हुए।