पीएम मोदी दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति माटामेला सिरिल रामफोसा के निमंत्रण पर 15वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे। यहां चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग से उनकी मुलाकात तय मानी जा रही है। इसके बाद मोदी ग्रीस के पीएम किरियोकोस मित्सोटाकिस के निमंत्रण पर वहां जाएंगे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 15वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में शामिल होने के लिए 22 से 24 अगस्त तक दक्षिण अफ्रीका के जोहान्सबर्ग में रहेंगे और अपने चार दिवसीय विदेश यात्रा पर 25 अगस्त को ग्रीस जाएंगे। विदेश मंत्रालय ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।
पीएम मोदी दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति माटामेला सिरिल रामफोसा के निमंत्रण पर 15वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे। यहां चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग से उनकी मुलाकात तय मानी जा रही है। इसके बाद मोदी ग्रीस के पीएम किरियोकोस मित्सोटाकिस के निमंत्रण पर वहां जाएंगे। 40 साल बाद किसी भारतीय प्रधानमंत्री का ग्रीस दौरा हो रहा है। 2019 के बाद यह पहला व्यक्तिगत ब्रिक्स शिखर सम्मेलन होगा। सम्मेलन के बाद अफ्रीका आउटरीच और ब्रिक्स प्लस डायलॉग का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें दक्षिण अफ्रीका की ओर से आमंत्रित अन्य देश शामिल होंगे। पीएम मोदी जोहान्सबर्ग में मौजूद कुछ नेताओं के साथ द्विपक्षीय बैठकें भी करेंगे। विदेश मंत्रालय ने एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा, शिखर सम्मेलन समूह की ओर से शुरू की गई पहल की प्रगति की समीक्षा करने और भविष्य की गतिविधियों के लिए के क्षेत्रों की पहचान करने का अवसर प्रदान करेगा। ब्रिक्स समूह में दुनिया की पांच तेजी से उभरती अर्थव्यवस्थाएं- ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका शामिल हैं।
जिनपिंग से मुलाकात के पहले कोर कमांडर स्तर की वार्ता
दक्षिण अफ्रीका में पीएम मोदी और राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच बैठक से पहले भारत और चीन में सैन्य कोर कमांडर स्तर की बैठक हुई। बैठक का मकसद पूर्वी लद्दाख में दौलत बेग ओल्डी और चुशुल समेत दो स्थानों पर जारी गतिरोध को सुलझाना था।
ईरान के राष्ट्रपति संग कई मुद्दों पर चर्चा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ईरान के राष्ट्रपति सैयद इब्राहिम रइसी से बातचीत की और द्विपक्षीय एवं क्षेत्रीय महत्व के मामलों पर चर्चा की। दोनों नेताओं ने कनेक्टिविटी हब के रूप में चाबहार पोर्ट की पूरी क्षमता का उपयोग करने सहित द्विपक्षीय सहयोग को और मजबूत करने की अपनी प्रतिबद्धता दोहराई। प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) की तरफ से जारी प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, टेलीफोन पर हुई बातचीत के दौरान पीएम मोदी ने इस बात का उल्लेख किया कि भारत-ईरान संबंध जन-जन के बीच मतबूत संपर्क के साथ-साथ करीबी ऐतिहासिक और सभ्यतागत संबंधों पर आधारित हैं