नेशनल साइंस फाउंडेशन में जिला बाइडन ने कहा कि अमेरिका में आपका स्वागत है प्रधानमंत्री मोदी। आधिकारिक यात्रा के माध्यम से हम विश्व के सबसे प्राचीन और सबसे बड़े लोकतांत्रिक देश एक साथ आए हैं। हमारी साझेदारी सिर्फ सरकार तक सीमित नहीं है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अमेरिका दौरे पर हैं। बुधवार को पीएम न्यूयॉर्क में योग दिवस कार्यक्रम की अध्यक्षता करने के बाद वाशिंगटन डीसी पहुंचे। इसके बाद अमेरिका की प्रथम महिला जिल बाइडन के साथ पीएम मोदी वर्जीनिया के नेशनल साइंस फाउंडेशन गए। यहां उन्होंने भारतीय-अमेरिकी छात्रों से मुलाकात की।
साझेदारी सिर्फ सरकार तक सीमित नहीं
नेशनल साइंस फाउंडेशन में जिला बाइडन ने कहा कि अमेरिका में आपका स्वागत है प्रधानमंत्री मोदी। आधिकारिक यात्रा के माध्यम से विश्व के सबसे प्राचीन और सबसे बड़े लोकतांत्रिक देश एक साथ आए हैं। हमारी साझेदारी सिर्फ सरकार तक सीमित नहीं है। बल्कि, इस यात्रा से हम दोनों देशों के बीच पारिवारिक और दोस्ताना माहौल स्थापित कर रहे हैं। भारत-अमेरिका की साझेदारी विस्तृत है, क्योंकि हम वैश्विक चुनौतियों का सामना करते हैं। शिक्षा एक ऐसा मुद्दा है, जो पीएम मोदी और मेरे दिल के करीब है।
रोजगार के सृजन के लिए निवेश
जिल बाइडन ने आगे कहा कि अगर हम अपनी अर्थव्यवस्था को मजबूत करना चाहते हैं तो हमें युवाओं पर निवेश करना होगा। हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि युवाओं को जिन मौकों की तलाश है, उन्हें वह मौके दिए जाएं। राष्ट्रपति बाइडन ऊर्जा और निर्माण जैसे उद्योगों में लाखों रोजगार के सृजन के लिए निवेश कर रहे हैं। हमें सुनिश्चित करना होगा कि युवतियों को भी शिक्षा और आधुनिक कार्यबल के लिए आवश्यक कौशल हासिल करने का अवसर मिले।
भारत में सबसे अधिक युवा
नेशनल साइंस फाउंडेशन पहुंचे पीएम मोदी ने कहा कि विकास की गति को बनाए रखने के लिए भारत और अमेरिका को प्रतिभाओं की आवश्यकता है। एक तरफ, जहां अमेरिका में उच्च श्रेणी के शैक्षणिक संस्थान और उन्नत तकनीक हैं तो वहीं भारत में सबसे अधिक युवा हैं। इसलिए मुझे विश्वास है कि भारत और अमेरिका की साझेदारी सतत वैश्विक विकास का इंजन साबित होगी। पीएम ने बताया कि स्किल इंडिया के तहत भारत के करीब 50 मिलियन लोगों को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, ब्लॉक चेन, ड्रोन सहित अन्य आधुनिक क्षेत्रों में महारथ हासिल है।