भारत को संभावित महाशक्ति देश बताते हुए यूएनजीए प्रमुख ने कहा कि जनसंख्या, अर्थव्यवस्था, विज्ञान और प्रौद्योगिकी के मामले में भारत तेजी से आगे बढ़ रहा है।
पीेएम मोदी आज अमेरिका के दौरे पर निकलने वाले हैं, वहीं 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के मौके पर संयुक्त राष्ट्र में होने वाले कार्यक्रम में भाग लेंगे। वहीं यूएनएससी शामिल होने को लेकर भारत की मांग कई बार की जा चुकी है। इसी कड़ी में संयुक्त राष्ट्र महासभा (यूएनजीए) के अध्यक्ष साबा कोरोसी ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के सदस्य देशों के बीच एक धारणा है कि सुरक्षा परिषद में बेहतर प्रतिनिधियों की आवश्यकता है जिनके पास लोगों की भलाई और शांति की बड़ी जिम्मेदारी है और निश्चित रूप से भारत उन देशों में से है जो दुनिया की भलाई में योगदान कर सकता हैं।
यूएनएससी के लिए भारत की उम्मीदवारी पर कोरोसी ने कहा कहा कि अतीत में जब संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) बनाया गया था उस समय भारत “सबसे बड़े देशों” में से नहीं था। उन्होंने आगे कहा कि यूएनएससी में सुधार होगा। वहीं सुधार का मामला 13 वर्षों से बातचीत की प्रक्रिया में चल रहा है। सुरक्षा परिषद में सुधार की संभावित आवश्यकता पर पहली चर्चा 40 साल पहले शुरू हुई थी लेकिन कोई भी बदलाव सदस्य राज्यों के हाथों में है।
यूएनजीए अध्यक्ष ने एएनआई के साथ एक साक्षात्कार में कहा कि अगर सदस्य देश इस बात पर सहमत हो सकते हैं कि सुरक्षा परिषद में सुधार कैसे किया जा सकता है, जैसे, स्थायी सदस्यों के मामले में, वीटो के अधिकार के मामले में, सुरक्षा परिषद और शायद संयुक्त राष्ट्र के बीच बेहतर संबंध कैसे होना चाहिए आदि सभी काम यह सब सदस्य देशों के हाथों में है।
उन्होंने कहा कि भारत सुरक्षा परिषद के शुरुआती सुधारों के लिए शायद सबसे सक्रिय अधिवक्ताओं में से एक है। भारत को संभावित महाशक्ति देश बताते हुए यूएनजीए प्रमुख ने कहा कि जनसंख्या, अर्थव्यवस्था, विज्ञान और प्रौद्योगिकी के मामले में भारत तेजी से आगे बढ़ रहा है। साथ ही उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ अपनी बैठक को भी याद किया और कहा मैं कुछ महीने पहले नई दिल्ली में प्रधानमंत्री मोदी से मिला था, और हमारी बैठक के बाद उन्होंने मुझपर एक गहरी छाप छोड़ी।
पीएम मोदी के बारे में बोलते हुए कोरोसी ने कहा कि वह एक दूर दृष्टि वाला व्यक्ति, रणनीतिक सोच वाला व्यक्ति, एक व्यक्ति जिसकी एक बहुत गहरी परंपरा है, वह अपने साथ एक राष्ट्र की एक बहुत गहरी परंपरा और एक स्पष्ट दृष्टि रखता है कि आधुनिक भारत कैसा दिखना चाहिएऔर मुझे उनका अभिवादन करते हुए बहुत खुशी हो रही है। संयुक्त राष्ट्र में उनका बहुत स्वागत है। वह बहुत कम समय में यहां आने वाले दुनिया के सबसे सम्मानित नेताओं में से एक हैं। भारत दुनिया के सबसे बड़े देशों में से एक है।