केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह आज राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के आपदा प्रबंधन मंत्रियों के साथ बैठक करेंगे। एक दिवसीय बैठक में केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला, राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एनडीएमए) और राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) के वरिष्ठ अधिकारी शामिल होंगे। बैठक में आपदा प्रबंधन के क्षेत्र में चुनौतियों पर विचार किया जाएगा और इन चुनौतियों से निपटने की तैयारियों पर ध्यान केंद्रित करने पर चर्चा की जाएगी।
बताया गया है कि यह बैठक आपदा प्रबंधन को राहत केंद्रित, पूर्व चेतावनी केंद्रित, सक्रिय और प्रारंभिक तैयारी-आधारित बनाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के समग्र दृष्टिकोण का हिस्सा है। गृह मंत्री अमित शाह ने कहा है कि पहले देश में आपदा प्रबंधन को लेकर सिर्फ राहत-केंद्रित दृष्टिकोण था, जिसमें जान-माल के नुकसान को कम करना शामिल नहीं था। लेकिन नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद यह दृष्टिकोण बदल गया।
गृह मंत्रालय ने 2047 तक हर पांच साल में आपदा प्रबंधन के दृष्टिकोण को बदलने का लक्ष्य तय किया है, जिसके लिए पूरी तत्परता से काम जारी है। पिछले साल गृह मंत्री ने गुजरात के केवड़िया में आपदा प्रबंधन पर गृह मंत्रालय की संसदीय सलाहकार समिति की बैठक की अध्यक्षता की थी।