1988 बैच के आईपीएस विजय कुमार यूपी के नए कार्यवाहक डीजीपी नियुक्त किए गए हैं। वह डीजी विजिलेंस, डीजी सीबीसीआईडी के साथ कार्यवाहक डीजीपी का अतिरिक्त कार्यभार संभालेंगे। इस संबंध में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आदेश जारी कर दिए हैं। कार्यवाहक डीजीपी आरके विश्वकर्मा 30 मई को सेवानिवृत्त हो गए। उनके पहले डीएस चौहान को भी कार्यवाहक डीजीपी बनाया गया था।
चर्चा थी कि लोकसभा चुनाव के दृष्टिगत डीजी सीबीआईडी विजय कुमार को कार्यवाहक डीजीपी बनाया जा सकता है। प्रदेश के नये पुलिस मुखिया के पद के लिए डीजी कोआपरेटिव सेल आनंद कुमार और विजय कुमार में से किसी एक को चुना जाना था। आज मुख्यमंत्री योगी ने आईपीएस विजय कुमार के नाम पर मुहर लगा दी। इसके पहले बीते सोमवार को शासन स्तर पर मंथन के बावजूद पुलिस विभाग के नये मुखिया के चयन का प्रस्ताव संघ लोक सेवा आयोग नहीं भेजा जा सका।
प्रदेश को एक साल से नहीं मिल सका है पूर्णकालिक डीजीपी
देश के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश को बीते एक साल से कार्यवाहक डीजीपी के सहारे ही काम चलाना पड़ रहा है। 11 मई 2022 को पूर्णकालिक डीजीपी मुकुल गोयल को अचानक हटा दिया गया था। इसके बाद डीजी इंटेलीजेंस डीएस चौहान को कार्यवाहक डीजीपी बनाया गया। 31 मार्च 2023 को डीएस चौहान के सेवानिवृत्त होने के बाद डीजी पुलिस भर्ती बोर्ड आरके विश्वकर्मा को कार्यवाहक डीजीपी बनाया गया।
येआरके विश्वकर्मा 30 मई 2023 को सेवानिवृत्त हो गए। अब आईपीएस विजय कुमार की कार्यवाहक डीजीपी के रूप में नियुक्ति हुई है। इसे लेकर यूपी की भाजपा सरकार विपक्ष के निशाने पर रही है। विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव अक्सर इस पर टिप्पणी कर सरकार को घेरते रहे हैं।
विजय कुमार के डीजीपी बनने से खातीबाबा में बांटी मिठाइयां
विजय कुमार ने नेशनल हाफिज सिद्दीकी विद्यालय से शिक्षा ग्रहण की। पिता भी पुलिस महकमे में थे। करीब दो दशक पहले प्रेम नगर थाने में इंस्पेक्टर रहे हैं। डीजीपी बनाए जाने की खबर से उनके घर पर दोस्तों एवं रिश्तेदारों का जमावड़ा लगने लगा है।