हृदय रोगों को गंभीर समस्याकारक और जानलेवा माना जाता है। इसका जोखिम किसी भी उम्र के व्यक्ति में हो सकता है। विशेषकर कोविड-19 के बाद हार्ट अटैक और कार्डियक अरेस्ट जैसी समस्याओं का जोखिम काफी तेजी से बढ़ता हुआ देखा गया है। स्वास्थ्य विशेषज्ञ कहते हैं, जिस तरह से लोगों में लाइफस्टाइल और आहार की गड़बड़ी के मामले देखे जा रहे हैं, उसने इस तरह के जोखिमों को और भी बढ़ा दिया है। विभिन्न कारणों से सभी उम्र के लोगों में हृदय रोग आम होता जा रहा है। हाल ही में फिल्म ओम शांति ओम और टीवी धारावाहिक अनुपमा के कलाकार अभिनेता नितेश पांडे की हार्ट अटैक से मृत्यु हो गई है, वह 50 वर्ष के थे। इससे पहले सतीश कौशिक, सिद्धार्थ शुक्ला, पुनीत राजकुमार, सिंगर केके से लेकर राजू श्रीवास्तव कई लोगों की मौत दिल का दौरा पड़ने की वजह से हो चुकी है। डॉक्टर कहते हैं, हृदय को स्वस्थ रखने वाले उपायों का पालन करते हुए हार्ट अटैक के जोखिमों पर ध्यान देते रहना सभी के लिए आवश्यक है। आइए ऐसे ही कुछ लक्षणों के बारे में जानते हैं जो हार्ट अटैक का संकेत हो सकते हैं।
छाती में दर्द-बेचैनी
दिल के दौरे का सबसे आम लक्षण सीने में दर्द या बेचैनी होना है। इसमें आपको छाती के बीच या बाईं ओर जकड़न-दबाव या निचोड़ने जैसा अनुभव हो सकता है। ऐसा लगातार या रुक-रुक कर हो सकता है, यह कुछ मिनटों तक बना रह सकता है। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि रोगी के चलने या सीढ़ी चढ़ने में असुविधा या दर्द बढ़ सकता है। इस तरह की दिक्कत हो रही हो तो तुरंत किसी स्वास्थ्य विशेषज्ञ की सलाह ली जानी चाहिए।
शरीर के ऊपरी हिस्से में दर्द
दिल के दौरे के लक्षणों में छाती के अलावा शरीर के ऊपरी हिस्से तक दर्द फैल सकता हैं। कुछ लोगों को बाहों (आमतौर पर बाएं हाथ), पीठ, गर्दन, जबड़े में भी दर्द का अनुभव होता रह सकता है। व्यायाम या चलते समय यह बढ़ भी सकता है, जबकि जब आप आराम करते हैं तो यह कम हो जाता है। छाती के साथ बाएं हाथ में दर्द जो जबड़ों तक फैल रहा हो इसे दिल का दौरा पड़ने का स्पष्ट संकेत माना जाता है।
सांस फूलना या सांस लेने में कठिनाई
सांस लेने में कठिनाई महसूस होना दिल के दौरे का संकेत हो सकता है। यह लक्षण सीने में दर्द के बिना भी हो सकता है। चलने या नींद के दौरान सांस लेने में कठिनाई बहुत महत्वपूर्ण लक्षण है जो हृदय रोगों की गंभीरता से संबंधित हो सकता है। यदि आप सांस लेने में कठिनाई महसूस करते हैं, साथ ही छाती में दर्द या असहजता बनी रहती है तो इस बारे में तुरंत किसी डॉक्टर की सलाह ले लें।