जिन लोगों की कमाई ज्यादा होती है, वे कर बचाने के सारे विकल्प अपनाते हैं। फिर भी, उनकी कर देनदारी ज्यादा हो जाती है। ऐसे में आप चाहें तो कंपनी को वेतन के नियमों में बदलाव करने को कह सकते हैं। इस योजना से बचने वाली रकम का गणित बताती अजीत सिंह की रिपोर्ट-
ऐसे बहुतेरे नौकरीपेशा वाले लोग हैं, जो टैक्स बचाने के लिए साल भर के निवेश या अन्य दावों को जोड़ते हैं। बावजूद साल के अंत में जब वे इसका गुणा भाग करते हैं तो उनको लगता है कि ज्यादा टैक्स कट गया है। आप सभी कटौतियों का दावा नहीं करते हैं तो और भी ज्यादा कर कटने की संभावना बनी रहती है। यानी कमाई का एक बड़ा हिस्सा टैक्स के रूप में भुगतान करते हैं। ऐसे में आप कंपनी से अपने मुआवजे के पैकेज में बदलाव करवा सकते हैं। इस बदलाव से सालाना आप 75,000 रुपये का टैक्स बचा सकते हैं।
मांग सकते हैं गैजेट का भत्ता
मान लीजिए आपको सालाना दो लाख रुपये का लीव ट्रैवल अलाउंस (एलटीए) मिलता है, लेकिन पूरी राशि का उपयोग नहीं कर पाते हैं। ऐसे में इस राशि के लगभग 1.4 लाख रुपये पर कर लगता है। साथ ही आपको 60,000 रुपये के भोजन कूपन और एक चिकित्सा भत्ता भी मिलता है। कुछ साल पहले इस रकम को भी कर के दायरे में ला दिया गया था।
- ऐसी स्थिति में आपको कंपनी से चिकित्सा भत्ता हटाने और एलटीए को घटाकर 63,000 रुपये करने के लिए कहना चाहिए। इसकी जगह पर गैजेट भत्ता मांगना चाहिए।
गैजेट के मूल्य पर केवल 10 फीसदी का टैक्स
धारा 17(2) के तहत, कंपनी के नाम से खरीदे गए और व्यक्तिगत उपयोग के लिए कर्मचारी को दिए गए गैजेट और उपकरणों पर मूल्य के केवल 10 फीसदी पर कर लगाया जाता है। अगर आपको कंपनी 1.5 लाख रुपये का गैजेट अलाउंस देती है तो आपका टैक्स 44,000 रुपये तक कम हो सकता है।
कम लागत वाली योजना में बच सकते हैं 15,600 रुपये
धारा 80 सीसीडी(1बी) के तहत कम लागत वाली पेंशन योजना में अतिरिक्त 50,000 रुपये डालते हैं, तो वेतन में से 15,600 रुपये और बच सकते हैं। आप 30 साल से कम उम्र के हैं तो आक्रामक निवेश का विकल्प चुनना चाहिए जो इक्विटी फंड में 75% तक का निवेश करे।
मेडिकल बीमा भुगतान में सभी का दावा करें
ज्यादा कर बचाने के लिए मेडिकल बीमा भी अच्छा विकल्प है। आपके पिता अगर वरिष्ठ नागरिक हैं तो उनके लिए चिकित्सा बीमा के लिए भुगतान किए गए 27,000 रुपये पर कटौती का दावा किया जा सकता। मां के साथ-साथ पत्नी को भी इस योजना में शामिल करना चाहिए यानी बीमा खरीदना चाहिए। अगर सालाना 48,000 का अतिरिक्त प्रीमियम आप जमा कर रहे हैं तो इस पर करीब 15,000 रुपये का टैक्स आप बचा सकते हैं।
- 27000 रुपये के बीमा प्रीमियम का कर सकते हैं कटौती का दावा।
अंतिम समय का इंतजार न करें
ध्यान रखें कि आप जो भी निवेश करते हैं, उसके लिए अंतिम समय का इंतजार नहीं करें। आमतौर पर लोग फरवरी या मार्च में निवेश करने में बहुत तेजी दिखाते हैं। ऐसे में कई सारे निवेश के विकल्प आप भूल भी सकते हैं। इसलिए, अप्रैल से ही आपको सारे विकल्पों को आजमाकर कर बचाने पर काम करना चाहिए।
आज हर किसी की कमाई का एक बड़ा हिस्सा टैक्स में चला जाता है। ऐसे में लोगों को चाहिए कि वे वित्त वर्ष शुरू होने के साथ ही इसकी योजना बनाएं और जनवरी तक इसे पूरा कर लें। इससे उनको टैक्स बचाने में ज्यादा आसानी होगी। -अर्चना पांडे, निवेश सलाहकार