चंडीगढ़ के एसएसपी कुलदीप सिंह चहल को कार्यकाल खत्म होने से नौ माह पहले ही चंडीगढ़ से रिलीव कर उनके मूल कैडर पंजाब भेज दिया गया। पहली बार किसी एसएसपी को कार्यकाल खत्म होने से पहले रिलीव किया गया है। गृह मंत्रालय ने पत्र जारी कर एसएसपी को तत्काल प्रभाव से रिलीव करने का आदेश दिया है। बता दें कि जब तक एसएसपी कानून व्यवस्था के लिए नए अधिकारी का चयन नहीं होता है तब तक के लिए एसएसपी ट्रैफिक मनीषा चौधरी को अतिरिक्त कार्यभार सौंपा गया है।
चंडीगढ़ में एसएसपी का पद पंजाब कैडर के अधिकारी के लिए सुरक्षित है। साल 2009 बैच के आईपीएस कुलदीप सिंह चहल की सितंबर 2021 में चंडीगढ़ में नियुक्ति हुई थी। चंडीगढ़ में तीन साल के डेपुटेशन पर आए चहल का कार्यकाल सितंबर 2023 में खत्म होना था। चहल के नेतृत्व में पुलिस ने लगातार नशा तस्करों पर शिकंजा कसा।
मनीमाजरा में एएसआई से निकले, शहर की अच्छी जानकारी थी
कुलदीप सिंह चहल ने पंचकूला में पढ़ाई कर यूपीएससी (संघ लोक सेवा आयोग) की परीक्षा पास की थी। उनकी 2005 में चंडीगढ़ में एएसआई के पद पर ज्वाइनिंग हुई थी। मूलरूप से वह जींद जिले के गांव उझाना के रहने वाले हैं। वे मनीमाजरा थाने में एएसआई के पद पर तैनात रहे हैं। उन्हें शहर के बारे में अच्छी जानकारी थी। पंजाब के एक चर्चित गैंगस्टर को मार गिराने के बाद कुलदीप सिंह चहल को लगातार धमकी मिल रही थी। इसके बाद पंजाब सरकार ने उन्हें बुलेटप्रूफ गाड़ी भी मुहैया करवाई थी।
पंजाब में जाकर बन जाएंगे डीआईजी
पंजाब सरकार ने इसी वर्ष एसएसपी कुलदीप चहल समेत 2009 बैच के दो आईपीएस अधिकारियों को पदोन्नत किया था। पंजाब में कुलदीप चहल को अब सिलेक्शन ग्रेड मिल गया है। पंजाब लौटने पर वह डीआईजी बन जाएंगे। चंडीगढ़ से पहले कुलदीप सिंह चहल मोहाली के एसएसपी थे। उनकी वरिष्ठता को देखते हुए पंजाब सरकार ने उन्हें पदोन्नत किया था।