मध्य एशियाई देशों के युवाओं के पसंदीदा नेता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हैं। वहीं, युवाओं को बॉलीवुड गाने भी खूब अच्छे लगते हैं। प्रधानमंत्री के आमंत्रण पर इंटरनेशनल यूथ एक्सचेंज प्रोग्राम के तहत भारत भ्रमण करने पहुंचे मध्य एशियाई देशों के युवाओं ने यह बातें साझा कीं।
युवाओं ने कहा कि पीएम मोदी ने भारत की छवि विश्व में बेहतर की है। वे युवाओं की बात करते हैं और इसी कारण उन्हें भी मोदी पसंद हैं। युवाओं के शिष्टमंडल के सम्मान में आयोजित कार्यक्रम में केंद्रीय युवा कार्यक्रम व खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि यह अंतरराष्ट्रीय युवा आदान-प्रदान कार्यक्रम का ही एक रूप है, जिसमें मध्य एशियाई देशों के प्रतिनिधि शामिल हैं। यह कार्यक्रम सद्भावना और स्वस्थ संबंधों को मजबूत करेगा। उन्होंने कहा कि हम दुनिया के विभिन्न इलाकों में रहते हैं, लेकिन हमारी कई पसंद साझा हैं। किसी भी देश में वहां के युवा ही सबसे महत्वपूर्ण होते हैं।
भारत ने मध्य एशियाई देशों के युवा प्रतिनिधिमंडल की मेजबानी की
युवा मामलों का विभाग अपनी तरह के अनूठे अंतरराष्ट्रीय युवा आदान-प्रदान कार्यक्रम के तहत मध्य एशियाई देशों के युवा प्रतिनिधिमंडल के 100 से अधिक सदस्यों की मेजबानी की। एक आधिकारिक बयान में यह जानकारी दी गई। बयान के अनुसार प्रतिनिधिमंडल 17 नवंबर को भारत पहुंचा और बुधवार को उनके दौरे का अंतिम दिन था। केंद्रीय युवा मामले और खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने मंगलवार रात प्रतिनिधिमंडल के लिए रात्रिभोज का आयोजन किया, जहां उन्होंने कजाकिस्तान, किर्गिज गणराज्य, ताजिकिस्तान, तुर्कमेनिस्तान और उज्बेकिस्तान के युवाओं के साथ बातचीत की।
भारत मध्य एशिया के दिलों पर राज करता है: अनुराग ठाकुर
ठाकुर ने कहा कि इस तरह के कार्यक्रम सद्भावना और अच्छे संबंधों को बढ़ावा देने में काफी मददगार साबित होंगे। मंत्री ने प्रतिनिधियों की प्रस्तुतियों की भी सराहना की और कहा कि उन्होंने दिखाया कि भारतीय सिनेमा का मध्य एशिया पर कितना बड़ा प्रभाव है। ठाकुर ने कहा, ‘‘इससे पता चलता है कि हम दुनिया के विभिन्न क्षेत्रों के हो सकते हैं, लेकिन हमारे बीच कई चीजें समान हैं। युवा देश के सबसे महत्वपूर्ण हितधारक हैं।
ठाकुर द्वारा अपने ट्विटर हैंडल पर साझा किए गए वीडियो में प्रतिनिधियों को भारतीय फिल्मी गानों की धुन पर झूमते हुए देखा गया। एक वीडियो में मंत्री प्रतिनिधिमंडल के साथ बातचीत करते हुए नजर आए। प्रतिनिधिमंडल के एक सदस्य को जलवायु संकट के बारे में बात करते देखा गया और उसने भारत से स्वच्छ ऊर्जा को बढ़ावा देने का नेतृत्व करने का आग्रह किया।