प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को अरुणाचल प्रदेश के ईटानगर में देश के पहले ग्रीनफील्ड ‘डोनी पोलो’ हवाई अड्डा और 600 मेगावाट के कामेंग हाइड्रो पावर स्टेशन का उद्घाटन किया। इस मौके पर प्रधानमंत्री ने उड़ान ब्रोशर भी लॉन्च किया।
इस हवाई अड्डे के संचालन से पूर्वोत्तर क्षेत्र में कनेक्टिविटी को बढ़ावा मिलेगा। हवाई अड्डे का नाम अरुणाचल प्रदेश की परंपराओं और समृद्ध सांस्कृतिक विरासत तथा सूर्य (”डोनी”) और चंद्रमा (”पोलो”) के प्रति इसकी सदियों पुरानी स्वदेशी श्रद्धा को दर्शाता है। इसे 690 एकड़ से अधिक क्षेत्र में विकसित किया गया है। इस पर 640 करोड़ रुपये से अधिक की लागत आई है। 2300 मीटर रनवे के साथ हवाई अड्डा सभी मौसम में संचालन के लिए उपयुक्त है। हवाई अड्डा टर्मिनल एक आधुनिक इमारत है, जो ऊर्जा दक्षता, नवीकरणीय ऊर्जा और संसाधनों की रिसाइक्लिंग को बढ़ावा देती है।
ईटानगर में नए हवाई अड्डे के विकास से क्षेत्र में न केवल कनेक्टिविटी में सुधार होगा बल्कि यह व्यापार और पर्यटन के विकास के लिए एक उत्प्रेरक के रूप में भी कार्य करेगा। इससे क्षेत्र के आर्थिक विकास को बढ़ावा मिलेगा।
इस कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री ने 600 मेगावाट के कामेंग हाइड्रो पावर स्टेशन को भी राष्ट्र को समर्पित किया। 8450 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से विकसित यह पावर स्टेशन अरुणाचल प्रदेश के पश्चिम कामेंग जिले में 80 किलोमीटर से अधिक के क्षेत्र में फैला हुआ है। यह परियोजना अरुणाचल प्रदेश को आवश्यकता से अधिक बिजली वाला राज्य बनाएगी। इससे ग्रिड स्थिरता और एकीकरण के मामले में राष्ट्रीय ग्रिड को लाभ मिलेगा। यह परियोजना हरित ऊर्जा को अपनाने की देश की प्रतिबद्धता को पूरा करने की दिशा में प्रमुख योगदान देगी।