Search
Close this search box.

अमेरिकी मध्यावधि चुनावों में भारतीयों ने गाड़े झंडे, सांसद और गर्वनर पद पर भारतवंशियों की जीत

Share:

अमेरिका में हुए मध्यावधि चुनाव में जहां डेमोक्रेटिक व रिपब्लिकन के बीच कांटे की टक्कर देखने को मिली, वहीं भारतवंशियों ने अपनी धमक दर्ज कराते हुए बड़ी संख्या में जीत के साथ सांसद और गर्वनर के रूप में अपनी मजबूत स्थिति दर्ज कराई।

अमेरिकी प्रतिनिधि सभा के लिए निर्वाचित भारतीय मूल के नेताओं में राजा कृष्णमूर्ति, रो खन्ना, थानेदार और प्रमिला जयपाल, अमी बेरा शामिल हैं। इसके अलावा अरुणा मिलर और मौरा हीले बनीं गवर्नर बनीं। वहीं भारतीय मूल की नबीला सैयद इलिनॉयस महासभा के लिए निर्वाचित होने वाली सबसे कम उम्र की सदस्य बन गई हैं।

भारतीय-अमेरिकी उद्यमी से नेता बने एवं डेमोक्रेटिक पार्टी से संबंधित थानेदार रिपब्लिकन पार्टी उम्मीदवार मार्टेल बिविंग्स को मात देते हुए मिशिगन से कांग्रेस (संसद) का चुनाव जीतने वाले पहले भारतीय अमेरिकी बने। थानेदार (67 वर्ष) वर्तमान में मिशिगन हाउस में तीसरे जिले का प्रतिनिधित्व करते हैं।

इलिनॉइस के आठवें कांग्रेस जिले में 49 वर्षीय राजा कृष्णमूर्ति लगातार चौथे कार्यकाल के लिए फिर से निर्वाचित हुए। उन्होंने रिपब्लिकन पार्टी उम्मीदवार क्रिस डार्गिस को हराया। सिलिकॉन वैली में, भारतीय-अमेरिकी रो खन्ना (46) ने कैलिफोर्निया के 17वें कांग्रेस जिले में रिपब्लिकन पार्टी उम्मीदवार रितेश टंडन को हराया। प्रतिनिधिसभा में एकमात्र भारतीय-अमेरिकी महिला सांसद, चेन्नई में जन्मी प्रमिला जयपाल ने वाशिंगटन प्रांत के 7वें कांग्रेस जिले में अपने प्रतिद्वंद्वी क्लिफ मून को हराया। डेमोक्रेट एमी बेरा ने एक बार फिर प्रतिनिधि सभा में जीत दर्ज की है। उन्होंने कैलिफोर्निया के डिस्ट्रिक्ट 6 के सैक्रामेंटो से चुनाव लड़ा था। खन्ना, कृष्णमूर्ति और जयपाल लगातार चौथे कार्यकाल के लिए चुने गए।

अरुणा मिलर और मौरा हीले बनीं गवर्नर

अमेरिका के मध्यावधि चुनाव में 36 राज्यों के गवर्नर के पद के लिए भी चुनाव में भारतीय मूल की अरुणा मिलर मैरीलैंड की लेफ्टिनेंट गवर्नर बन गई हैं, वह इंडियन-अमेरिकन समुदाय की पहली महिला हैं जो अमेरिका में गवर्नर बनी हैं। दूसरी महिला मौरा हीले हैं जो मैसाचुसेट्स की गवर्नर चुनी गई हैं। मौरा हीले एक लेस्बियन हैं। वह अमेरिका की ऐसी पहली गवर्नर बनी हैं जो कि एक लेस्बियन हैं।

23 साल की नबीला सैयद ने रचा इतिहास

अमेरिका के मध्यावधि चुनाव में 23 साल की नबीला सैयद ने जीत हासिल करके इतिहास रच दिया है। नबीला सैयद इलिनॉयस महासभा के लिए निर्वाचित होने वाली सबसे कम उम्र की सदस्य बन गई हैं। डेमोक्रेटिक पार्टी की उम्मीदवार भारतीय-अमेरिकी नबीला सैयद ने अपने रिपब्लिकन प्रतिद्वंद्वी क्रिस बोस को मात देते हुए जीत हासिल की है। इलिनॉयस स्टेट हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव्स में 51 वें जिले के चुनाव में नबीला सैयद को 52.3 फीसदी वोट मिले है। चुनाव में जीत हासिल करने की जानकारी खुद नबीला सैयद ने ट्वीट कर दी है। उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा, ‘मेरा नाम नबीला सैयद है। मैं एक 23 साल की भारतीय-अमेरिकी मुस्लिम महिला हूं।

Leave a Comment

voting poll

What does "money" mean to you?
  • Add your answer

latest news