रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध के बीच बुधवार को एक बड़ा मोड़ उस समय आया, जब रूस ने यूक्रेन के कब्जे वाले खेरसान के पश्चिमी तट से अपने सैनिकों की वापसी की घोषणा की। रूस के इस कदम को लेकर कयासों का दौर तेज हो गया है कि क्या यूक्रेन की जवाबी कार्रवाई से रूस पस्त हो गया है।
खेरसान से सेना वापसी के लिए बुधवार को रूसी रक्षा मंत्री सर्गेई शोइगु ने बुधवार को खेरसान शहर की निप्रो नदी से अपने सैनिकों को पीछे हटने के आदेश दिए हैं। रक्षा मंत्री शोइगु ने कहा कि उन्होंने खेरसान शहर पर रक्षात्मक कदम उठाने का फैसला लिया है। उन्होंने कहा कि हम अपने सैनिकों की जान बचाएंगे और सैनिकों को नदी के पश्चिमी किनारे पर तैनात करना व्यर्थ होगा। उन्होंने बताया कि इन सैनिकों को किसी दूसरे मोर्चे पर तैनात किया जा सकता है।
इससे पहले, खेरसान शहर जाने वाले मुख्य मार्ग पर बना पुल विस्फोट से उड़ा दिया गया था। हालांकि यह पुल किसने उड़ाया है, यह अभी स्पष्ट नहीं हो सका है। इस बीच खेरसान में रूस की ओर से नियुक्त वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी किरिल स्ट्रेमौसोव की कार दुर्घटना में मौत हो गई है। इस संबंध में अधिक जानकारी नहीं मिली है। खेरसान शहर के पूर्व में डेनिप्रो नदी की सहायक नदी पर बने डारीव्का ब्रिज के नष्ट होने की तस्वीरें सामने आई हैं, लेकिन उसे यूक्रेन की सेना ने उड़ाया या रूस की सेना ने, यह अभी स्पष्ट नहीं हो सका है।
यूक्रेन के कुछ लोगों ने कहा है कि रूसी सेना ने यह पुल उड़ाकर यूक्रेनी सेना के आगे बढ़ने का रास्ता रोक दिया है। जबकि यूक्रेनी सेना पर नजर रखने वाले विश्लेषक ओलेह जदानोव के अनुसार यह कार्य किसी गैर सैन्य लेकिन लड़ाके दस्ते का हो सकता है। यह दस्ता यूक्रेन का हो सकता है जिसने रूसी सैनिकों को घेरने के लिए यह पुल उड़ाया हो।
पता चला है कि पुल के दोनों ओर रूसी सैनिक मौजूद हैं। पुल उड़ाए जाने से पुल के आगे के सैनिक खेरसान शहर में मौजूद रूसी सैनिकों वहां फंस गए हैं।