नाभा की नई जिला जेल के बाद अब पटियाला की केंद्रीय जेल के 217 कैदी हेपेटाइटिस-सी (काला पीलिया) के शिकार मिले हैं। पटियाला जेल में बड़े स्तर पर हुई टेस्टिंग में यह खुलासा हुआ है। जेल के एक आलाधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर इसकी पुष्टि की। उन्होंने बताया कि हेपेटाइटिस-सी से पीड़ित इन कैदियों के आगे के जरूरी टेस्ट कराए जाएंगे। इससे साफ हो पाएगा कि बीमारी का वायरस किस हद तक शरीर में फैला है। इसके तुरंत बाद इलाज की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी।
गौरतलब है कि हाल ही में नाभा की नई जिला जेल में भी 800 कैदियों व हवालातियों की टेस्टिंग कराई गई थी। इसमें 148 कैदी हेपेटाइटिस-सी के मरीज मिले थे। अक्सर सुर्खियों में बनी रहने वाली हाईप्रोफाइल पटियाला जेल में इस समय करीब 2500 कैदी व हवालाती बंद हैं। इनमें से 10 के करीब गैंगस्टर शामिल हैं। हाल ही में पंजाब की जेलों में कराई ड्रग स्क्रीनिंग मुहिम के दौरान बड़ी संख्या में कैदी व हवालाती नशे की बुरी लत के शिकार भी मिले हैं।
डॉक्टरों के मुताबिक हेपेटाइटिस-सी फैलने का मुख्य कारण एक ही सिरिंज से नशा लेना है। हाल ही में पटियाला की नाभा स्थित नई जिला जेल में भी 800 कैदियों व हवालातियों की टेस्टिंग में 148 काला पीलिया के शिकार मिले थे। अब पटियाला केंद्रीय जेल में बंद कैदियों व हवालातियों में से 1500 की टेस्टिंग की गई है। इनमें 217 काला पीलिया से पीड़ित हैं।
कितना घातक है हेपेटाइटिस-सी
डॉक्टरों के मुताबिक हेपेटाइटिस-सी एक वायरस इंफेक्शन है। इससे लिवर से संबंधित बीमारी होती है। इससे कई बार लिवर को बहुत ही गंभीर नुकसान पहुंचता है। लिवर फेल या कैंसर भी हो सकता है। यह वायरस संक्रमित खून से फैलता है।