गुजरात के मोरबी में हुए केबल पुल हादसे ने पश्चिम बंगाल में हाल ही में हुए कई भयानक पुल हादसों की यादें ताजा कर दी हैं। इससे सबक लेते हुए पश्चिम बंगाल सरकार राज्य के सभी केबल पुलों की सेहत की जांच कराएगी।
सूत्रों ने बताया कि लोक निर्माण विभाग के मंत्री पुलक राय ने सभी वरिष्ठ अधिकारियों और इंजीनियरों के साथ इसे लेकर बात की है। उन्होंने राज्यभर में मौजूद सभी पुलों की सेहत की जांच के निर्देश दिए हैं। राज्य में फिलहाल पीडब्ल्यूडी के अंतर्गत 2109 ब्रिज हैं, जो केबल ब्रिज हैं और मुख्य रूप से उत्तर बंगाल के पहाड़ी क्षेत्रों के साथ ही तराई और डुअर्स के जंगली क्षेत्रों में मौजूद हैं। उन सभी की सेहत का आकलन किया जाएगा और आवश्यकता पड़ने पर इनमें जहां कमियां नजर आएंगी, उन्हें पूरा किया जाएगी। मंत्री ने इन पुलों के सर्वे का आदेश दिया है।
विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बुधवार को कहा कि जब तक सर्वे नहीं होगा तब तक यह पता लगाना असंभव है कि कौन सा पुल किस हालत में है। उन्होंने कहा कि मोरबी हादसे में इतने लोगों की मौत के बाद बंगाल में ऐसी कोई दुर्घटना ना हो इसके लिए सरकार पहले से सतर्क है। मंत्री ने नवंबर के अंत तक राज्यभर के पुलों की सेहत रिपोर्ट दाखिल करने को कहा है।
पुल हादसों में गई है कई लोगों की जान
सितंबर 2018 में जब कोलकाता का माझेरहाट फ्लाईओवर हादसा हुआ था तब राज्य का लोक निर्माण विभाग काफी सवालों में घिर गया था। विभागीय अधिकारियों की कार्यशैली पर भी सवाल उठे थे। इस हादसे में चार लोगों की मौत हो गई थी। उसके बाद से सरकार लगातार सतर्क रही है और ऐसे हर एक ब्रिज की सेहत की जांच होती रही है। इसी कड़ी में टाला ब्रिज को तोड़ दिया गया और उसे नए सिरे से बनाया गया है। हाल ही में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने दुर्गा पूजा से पहले इसका उद्घाटन भी किया। उसके पहले मार्च 2016 में निर्माणाधीन विवेकानंद फ्लाईओवर भी गिर गया था जिसमें 27 लोगों की जान गई थी। पीडब्ल्यूडी के उक्त अधिकारी ने बताया कि विभागीय मंत्री ने यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है कि भविष्य में मोरबी जैसी कोई भी आपदा पश्चिम बंगाल में ना हो।
उल्लेखनीय है कि मोरबी हादसे को लेकर तृणमूल कांग्रेस और विपक्षी भाजपा के बीच राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप जारी है। तृणमूल ने कहा है कि मोरबी हादसा गुजरात में बड़े पैमाने पर सरकारी भ्रष्टाचार को उजागर करने वाला है। इस पर पलटवार करते हुए भाजपा ने कहा है कि बंगाल जहां पुलों के गिरने का रिकॉर्ड रहा है वे हादसे पर सवाल खड़ा कर रहे हैं।