श्रीलंका के लेखक शेहान करुणातिलका के उपन्यास ‘द सेवन मून्स ऑफ माली अल्मेडा’ को 2022 का बुकर पुरस्कार देने का ऐलान किया गया है।
बुकर प्राइज ने सोमवार को ट्वीट किया कि हमें यह घोषणा करते हुए खुशी हो रही है कि 2022 के बुकर प्राइज विजेता श्रीलंका के शेहान करुणातिलका हैं। ‘द सेवन मून्स ऑफ माली अल्मेडा’ शेहान करुणातिलका का यह दूसरा उपन्यास हैं। व्यंग्य शैली में लिखा गया यह उपन्यास गृहयुद्ध से घिरे श्रीलंका की जानलेवा तबाही पर केंद्रित है।
शेहान करुणातिलका को श्रीलंका के अग्रणी लेखकों में से एक माना जाता है। उन्होंने उपन्यास के अलावा रॉक सॉन्ग्स, पटकथा और यात्रा वृतांत भी लिखे हैं। शेहान का ‘द सेवन मून्स ऑफ माली अल्मेडा’ के बारे में कहना है कि उन्होंने इसके बारे में 2009 में गृहयुद्ध की समाप्ति के बाद सोचना शुरू किया था। तब इस बात पर तीखी बहस हुई कि कितने नागरिक मारे गए और यह किसकी गलती थी।
करुणातिलका ने कहा कि एक भूत की कहानी जहां मृतक अपने दृष्टिकोण की पेशकश कर सकते थे। यह एक विचित्र विचार था, लेकिन मैं वर्तमान के बारे में लिखने के लिए पर्याप्त बहादुर नहीं था। इसलिए मैं 1989 के अंधेरे दिनों में 20 साल पीछे चला गया। श्रीलंका में अलगाववादी तमिल सेना और सरकार के बीच बड़ा युद्ध था। इसमें नागरिकों सहित दोनों पक्षों की ओर से डेढ़ लाख से अधिक लोगों की मौत हुई थी। 1983 में एक छोटे से विद्रोह के रूप में शुरू होकर सरकार को अंततः खूनी गृहयुद्ध को खत्म करने में लगभग 26 साल लग गए।