यूक्रेन पर लगातार मिसाइल से हमलों के बीच रूस ने तीसरे विश्वयुद्ध की धमकी दे डाली। रूस ने कहा है कि अगर यूक्रेन को नाटो समूह में शामिल किया गया तो तीसरा विश्व युद्ध तय है। इस बीच गुरुवार को रूस ने यूक्रेन के 40 शहरों पर लगातार मिसाइल और ड्रोन से हमले जारी रखा। इस हमले में भारी तबाही के साथ कई लोगों की मौत और अनेकों घायल हो गए हैं।
बीते सोमवार को भीषण हमले के बाद रूस का इसी सप्ताह यह दूसरा बड़ा हमला है। रूसी हमले से दक्षिण यूक्रेन के बंदरगाह शहर मीकोलईव के आधारभूत ढांचे को भारी नुकसान हुआ है। रीजनल गवर्नर विटाली किम ने कहा है कि हमलों में बड़ी संख्या में नागरिक सुविधाओं को निशाना बनाया गया है। कई रिहायशी इमारतें मलबे में तब्दील हो गई हैं। निकोपोल शहर में 30 बहुमंजिली रिहायशी इमारतें हमले का शिकार हुई हैं। वहां पर गैस पाइपलाइन और विद्युत आपूर्ति व्यवस्था को भी नुकसान पहुंचा है।
हालांकि कुछ ही देर में यूक्रेन की वायुसेना ने भी जवाबी हमला कर रूस के कब्जे वाले 25 ठिकानों को निशाना बनाया। यूक्रेनी हमलों से कितना नुकसान हुआ है इसकी जानकारी नहीं मिल पाई है।
यूक्रेन की राजधानी कीव पर गुरुवार सुबह रूसी सेना ने कामिकाजे ड्रोन से हमला किया। कीव के उप नगरीय इलाकों पर हुए हमले में संवेदनशील ढांचों और आवासीय भवनों को निशाना बनाया गया। कामिकाजे ड्रोन ईरान में निर्मित आत्मघाती मानवरहित छोटे सशस्त्र विमान हैं, ये दुश्मन के क्षेत्र में भीतर घुसकर हमला करते हैं और वहीं पर खत्म हो जाते हैं। इनकी खरीद कुछ हफ्ते पहले ही रूस ने की है। यूक्रेनी राष्ट्रपति कार्यालय ने नुकसान के बारे में जानकारी न देते हुए सिर्फ इतना बताया है कि ड्रोन हमले में संवेदनशील ठिकानों को निशाना बनाया गया है।
रूस की राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के उप सचिव एलेक्जेंडर वेनेडिक्टोव ने साफ कर दिया है कि यूक्रेन को नाटो में शामिल किया गया तो तीसरा विश्वयुद्ध छिड़ना तय माना जाए। कहा कि यूक्रेन के नाटो सैन्य गठबंधन में शामिल होते ही अमेरिका इस युद्ध में शामिल हो जाएगा और उसके बाद विश्वयुद्ध होने से कोई रोक नहीं सकता। नाटो की बैठक में अमेरिका के रक्षा मंत्री लायड आस्टिन ने कहा है कि नाटो देशों की प्रत्येक इंच जमीन की रक्षा की जाएगी। विदित हो कि यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की फास्ट ट्रैक से नाटो की सदस्यता दिए जाने की मांग कर चुके हैं।
बेल्जियम की राजधानी ब्रसेल्स में हो रही नाटो के रक्षा मंत्रियों की बैठक में यूरोप में मिसाइलों की नई तैनाती की योजना को अंतिम रूप दिया गया है। आकाशीय सुरक्षा को चाक-चौबंद करने के लिए जर्मनी सहित दर्जन भर से ज्यादा यूरोपीय देशों ने नए हथियारों की खरीद का फैसला किया है। यूक्रेन की सैन्य सहायता बढ़ाने का भी फैसला किया गया है। जबकि रूस ने यूक्रेन की सहायता बढ़ाने पर दुष्परिणामों से पश्चिमी देशों को आगाह कर दिया है।
रूसी हमलों के बीच ब्रिटेन ने यूक्रेन को अतिरिक्त हथियारों की खेप भेजने की घोषणा की है। ब्रिटेन ने कहा है कि वह अमेरिका के एनएएसएएम एयर डिफेंस सिस्टम में काम आने वाली मिसाइलों की आपूर्ति करेगा। अमेरिका जल्द ही यूक्रेन को इन डिफेंस सिस्टम इकाइयों की आपूर्ति करेगा।